श्री केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम उत्तराखंड के चार प्रसिद्ध धाम हैं. हर साल यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. विजयादशमी के पावन पर्व पर इन चारों धामों के कपाट को बंद करने की तिथि और शुभ मुहूर्त तय कर लिया गया है.


गंगोत्री धाम के कपाट को अन्नकूट के पावन पर्व पर 15 नवंबर को दोपहर 12:15 बजे बंद कर दिया जाएगा. जिसके बाद यमुनोत्री धाम और श्री केदारनाथ धाम के कपाट को भैयादूज के पावन पर्व पर 16 नवंबर के दिन बंद किया जाएगा. 16 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट को दोपहर में 12 बजकर 15 मिनट के बाद तो वहीं केदारनाथ धाम के कपाट को सुबह 05 बजकर 30 मिनट पर बंद किया जाएगा.


वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट को 19 नवबंर की दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट को 4 नवंबर को बंद होंगे. जबकी रुद्रनाथ के कपाट को पहले ही बंद किया जा चुका है.


कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा 1 जुलाई से उत्तराखंड निवासियों के लिए ही शुरू हुई थी. हालांकि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट अपने नियत समय पर ही खुले लेकिन सिर्फ मंदिर समिति से जुड़े लोग ही कपाट खुलने के वक्त मौजूद थे.


बता दें कि कुछ लोग उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा को ही चार धाम की यात्रा मानते हैं, जबकी यह एक धाम की ही यात्रा कहलाती है. बद्रीनाथ को देश के चार धामों में प्रमुख माना गया है. इसलिए इसके साथ बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की तीर्थयात्रा को छोटा चार धाम भी कहा जाता है.


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