पहले इंजीनियर, फिर IFS, जानें कौन हैं रूस में भारत के नए राजनयिक अभय ठाकुर, G20 समिट में संभाली थी विशेष जिम्मेदारी
Russia New Ambassador: अभय ठाकुर इससे पहले विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव थे. रूसी भाषा पर उनकी अच्छी पकड़ है. विदेश मंत्रालय में ईस्ट और वेस्ट जोन के लिए नए सचिव की भी नियुक्ति हुई है.
Abhay Thakur Russia New Ambassador: विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अभय ठाकुर को रूस का नया राजनयिक बनाया गया है. वहीं वर्तमान में रूस में भारत के राजनयिक पवन कुमार को विदेश मंत्रालय में नया सचिव (वेस्ट) नियुक्त किया गया. इसके अलावा ऑस्ट्रिया में भारत के राजनयिक जयदीप मजूमदार को विदेश मंत्रालय में नया सचिव (ईस्ट) नियुक्त किया गया है. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने शनिवार (3 जनवरी) को दोनों नियुक्तियों को मंजूरी दे दी.
अभय ठाकुर पहले थे इंजीनियर
रूस के साथ भारत के लंबे रणनीतिक संबंधों को देखते हुए मॉस्को में दूत का पद विदेश मंत्रालय के सबसे प्रभावशाली पदों में से एक है. पहले अभय ठाकुर इंजीनियर थे, वह 1992 में आईएफएस में शामिल हुए थे. वे इससे पहले मॉरीशस और नाइजीरिया में भारत के राजनयिक और विदेश मंत्री के ऑफिस में निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं. अभय ठाकुर रशियन भाषा भी जानते हैं.
जी-20 समिट में निभाई थी बड़ी भूमिका
अभय ठाकुर को दिल्ली में हुई जी20 समिट में भारत की सफलता में बड़ी भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है. उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मुंबई से पढ़ाई की है, जिसे पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, मुंबई के नाम से जाना जाता था.
विदेश सचिव ईस्ट और वेस्ट के कार्य
विदेश मंत्रालय के पांच वरिष्ठ राजनयिकों में विदेश सचिव (ईस्ट) जयदीप मजूमदार और पवन कुमार (वेस्ट) शामिल हैं. विदेश सचिव (ईस्ट) दुनिया के पूर्वी हिस्सों में देशों के संबंधों की देखरेख करते हैं, जिसमें दक्षिण पूर्व एशिया जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं. वहीं सचिव (वेस्ट) यूरोपीय और यूरेशियाई देशों सहित पश्चिमी देशों के साथ संबंधों की देखरेख करते हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में भारत के राजनयिक तरणजीत संधू 31 जनवरी को रिटायर हो गए, जबकि संयुक्त राष्ट्र में स्थाई प्रतिनिधि रुचिका कंबोज 31 मई को रिटायर होने वाली हैं.
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