नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की 72वीं जनरल असेंबली की बैठक में कहा कि भारत आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और कश्मीर के लिए अलग से राजदूत नियुक्त करने की जरूरत है. इसके जवाब में भारत की यूएन में स्थाई मिशन की दूत इनम गंभीर ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और पाकिस्तान को अपने जवाब में टेररिस्तान तक बता डाला.


गंभीर ने कहा कि पाकिस्तान खुद पिछले तीन दशकों से आतंकवादियों का पनाहगार बना हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि ओसामा बिन लादेन और हाफिज सईद जैसे आतंकवादी पाकिस्तान में रहते हैं और पाकिस्तान हम पर इल्जाम लगा रहा है. हाफिज सईद तो पाकिस्तान में राजनीतिक पार्टी भी बनाने की सोच रहा है.


आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं इनम गंभीर


पाक पीएम अब्बासी को करारा जवाब देने वाली इनम यूएन में भारत की पहली स्थाई सचिव हैं. इनम 2005 बैच की भारतीय विदेश सेवा की ऑफिसर हैं. दिल्ली की रहने वाली इनम दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैथ्स ग्रैजुएट हैं.


जानकारी मिली है कि इनम के पास यूनिवर्सिटी ऑफ जिनेवा की भी डिग्री है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इनकी पहली पोस्टिंग स्पेन के मैड्रिड में हुई थी जहां इन्होंने स्पैनिश सीखी और बाद में यही उनकी स्थाई विदेशी भाषा बन गई.


बाद की पोस्टिंग में उनको अर्जेंटीना और ब्राजील भेजा गया. दोनों ही साउथ अफ्रीका के लिहाज से बेहद ही अहम मिशन माने जाते है. इन महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के बाद इनम को भारतीय विदेश मंत्रालय में अफगान, ईराक और पाकिस्तान की डेस्क पर तैनाती मिली.


फिलहाल इनम यूएन में सिक्युरिटी काउंसिल, साइबर सिक्युरिटी और काउंटर टेररिज्म से जुड़ी जिम्मेदारियां संभालेंगी. साथ ही यूएन के स्पेशल मिशन में भी सहायता करेंगी.


ये पहली बार नहीं है जब इनम ने किसी को इस तरह का करारा जवाब दिया हो. अगर आपको याद हो, तो साल 2016 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को भी इनम ने यूएन में करारा जवाब दिया था. तब शरीफ ने कश्मीर के मारे गए आतंकी बुरहान वानी को शहीद बताया था.


जवाब में इनम ने कहा था कि तक्षशिला की भूमि अब आतंक का गढ़ है, जो दुनियाभर के आतंकियों को आकर्षित करती है. जो खुद आतंक का केंद्र बने हुए हैं वो दुनिया को मानवाधिकार का पाठ पढ़ा रहे हैं.