Twitter: एक साल पहले CTO से बनाए गए थे CEO, अब एलन मस्क ने किया ट्विटर से बाहर, जानें कैसा रहा पराग अग्रवाल का सफर
Parag Agrawal: पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) 2021 तक ट्विटर के सीटीओ (CTO) थे. जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद उन्हें कंपनी का सीईओ (CEO) बना दिया गया था.
Know Who Is Parag Agrawal: ट्विटर अब पूरी तरह से टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Tesla CEO Elon Musk) के हाथों में है. ट्विटर पर मालिकाना हक पाते ही उन्होंने सबसे पहले पराग अग्रवाल को निकालने का काम किया है, जो कि साल 2021 में ही ट्विटर के सीईओ बने थे. पहले वह ट्विटर के सीटीओ थे. ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद उन्हें सीईओ बना दिया गया था. पराग अग्रवाल कौन हैं? चलिए आपको बताते हैं इनके बारे में हर एक चीज, जो आपके लिए जरूरी है.
पराग अग्रवाल 2011 में ट्विटर से जुड़े और अक्टूबर 2017 से मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (CTO) के रूप में काम किया. सीटीओ के रूप में, वह कंपनी की तकनीकी रणनीति के लिए जिम्मेदार थे. पराग मशीन लर्निंग की स्थिति को आगे बढ़ाते हुए विकास वेग (Growth Velocity) में सुधार करने के लिए अग्रणी काम करते रहे.
सीटीओ नियुक्त होने से पहले पराग राजस्व और उपभोक्ता इंजीनियरिंग में अपने काम के कारण ट्विटर के पहले विशिष्ट इंजीनियर बन गए थे. पराग की पढ़ाई के बारे में बात करें तो उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी और इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी मुंबई (IIT Mumbai) से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है.
पराग अग्रवाल के बारे में 10 बड़ी बातें
1- 38 साल के पराग आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र हैं. उन्होंने यहां कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की है. इसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा एटॉमिक एनर्जी सेंट्रल स्कूल से की। पराग की मां सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षिका हैं। उनके पिता परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत थे और वहां वरिष्ठ पदों पर रहे।
2- पराग 2011 में ट्विटर से जुड़े. इससे पहले, उन्होंने कुछ समय के लिए माइक्रोसॉफ्ट, एटीएंडटी और याहू में काम किया. तीनों कंपनियों में उनका काम ज्यादातर रिसर्च ओरिएंटेड था. शुरुआत में उन्होंने ट्विटर पर विज्ञापन से जुड़े उत्पादों पर काम किया, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी काम करना शुरू कर दिया. 2017 में, जब उन्हें ट्विटर का सीटीओ और 2021 में सीईओ बनाया गया.
3- पराग को उनके काम के लिए ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी काफी पसंद करते थे. ट्विटर कर्मचारियों को भेजे गए अपने एक ईमेल में डोर्सी ने लिखा था कि वह कुछ समय से उनकी पसंद रहे हैं. क्योंकि वह कंपनी और इसकी जरूरतों को गहराई से समझते हैं. पराग हर जरूरी फैसले के पीछे रहे, जिसने इस कंपनी को चारों ओर बदलने में मदद की. वह जिज्ञासु, रिसर्च करने वाले, आत्म-जागरूक और विनम्र हैं.
4- ट्विटर पर, सीटीओ के रूप में पराग ने "ट्विटर की तकनीकी रणनीति और उपभोक्ता, राजस्व और साइंस टीमों में मशीन लर्निंग और एआई की देखरेख" में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
5- वह कुछ समय के लिए ट्विटर पर नेतृत्व की स्थिति में रहे हैं, पराग उतने प्रसिद्ध नहीं थे जितने सुंदर पिचाई या सत्य नडेला थे जब वे सीईओ बने थे. पराग ने सीईओ बनने के बाद अपने ईमेल में इस बात को खुद भी माना था.
6- पराग का जन्म मुंबई में हुआ है. उनके थीसिस सलाहकार के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें गणित की विशेष रूप से अच्छी समझ है और बड़े डेटाबेस से निपटने में उनकी विशेषज्ञता है.
7- न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जैक डोर्सी की तरह पराग भी शांत, विनम्र, गहन तकनीकी और एक इंटरनेट के बारे में उत्साहित हैं. रिपोर्ट में उन्हें डोर्सी का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बताया गया है. इसी रिपोर्ट में एक ट्विटर कर्मचारी के हवाले से कहा गया है कि पराग एक व्यावहारिक इंजीनियर हैं.
8- ट्विटर ने खुलासा किया था कि बतौर सीईओ पराग को सालाना 1 मिलियन डॉलर का कंपनसेशन और साथ ही 12.5 मिलियन डॉलर का स्टॉक दिया जाएगा.
9- ट्विटर में पराग को टॉप इंजीनियरों में से एक माना जाता रहा है. वह कभी कंपनी के TAG समूह का हिस्सा थे, जो ट्विटर के साथ सभी नए उत्पादों और तकनीकों की देखरेख करता था. 2019 में, जैक डोर्सी ने ब्लूस्की नामक एक सोशल मीडिया परियोजना की घोषणा की थी. पराग ही इसकी देखभाल कर रहे थे.
10- पराग 2005 में अमेरिका चले गए. उन्होंने 2011 में ट्विटर ज्वाइन किया, जब वे स्टैनफोर्ड में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे थे. NYT की रिपोर्ट में कहा गया है कि उनके थीसिस सलाहकार जेनिफर विडोम ने उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रेरित किया था.