George Jacob Koovakad: पोप फ्रांसिस ने शनिवार को वेटिकन में  आयोजित एक भव्य समारोह में 51 वर्षीय भारतीय पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड को ‘कार्डिनल’ नियुक्त किया.प्रसिद्ध सेंट पीटर्स बेसिलिका में आयोजित इस समारोह में दुनियाभर के पादरी और गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया तथा विभिन्न देशों के 21 नए पादरियों को कॉर्डिनल नियुक्त किया गया. 


समारोह रात साढ़े आठ बजे (भारतीय समयानुसार) शुरू हुआ, जिसमें 21 नामित कार्डिनल के साथ जुलूस निकाला गया. बाद में, पोप ने सभा को संबोधित किया और नामित कार्डिनलों को पारंपरिक टोपी और अंगूठी भेंट की और फिर प्रमाण पत्र दिया गया. केरल के चंगनास्सेरी आर्चडायोसिस चर्च के पादरी कूवाकड की नियुक्ति के साथ ही भारतीय कार्डिनलों की कुल संख्या छह हो गई है, जिससे वेटिकन में देश का प्रतिनिधित्व और मजबूत होगा. आइये जानते हैं कौन जॉर्ज कूवाकड


 तिरुवनंतपुरम में हुआ था जन्म


जॉर्ज कूवाकड का जन्म 11 अगस्त 1973 को तिरुवनंतपुरम में हुआ था. उन्हें 24 जुलाई 2004 को पादरी नियुक्त किया गया था. उन्होंने प्रतिष्ठित पोंटिफिकल इकलेसियास्टिकल एकेडमी से कूटनीतिक सेवा का प्रशिक्षण लिया था. कूवाकड ने अल्जीरिया, दक्षिण कोरिया, ईरान, कोस्टा रिका और वेनेजुएला जैसे देशों में चर्च के कूटनीतिक कार्यों में अहम भूमिका निभाई है. वह 2020 से वेटिकन के सचिवालय में पोप की वैश्विक यात्राओं का आयोजन कर रहे हैं. 


PM मोदी ने जताई खुशी


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अन्य वरिष्ठ नेताओं और भारत के प्रमुख गिरजाघरों के प्रमुखों ने खुशी और गर्व के साथ इस घोषणा का स्वागत किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को 'एक्स' पर लिखा, 'यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है.' प्रधानमंत्री ने कहा, "जॉर्ज कार्डिनल कूवाकड ने प्रभु ईसा मसीह के उत्साही अनुयायी के रूप में मानवता की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है. उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं."


उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इस समारोह में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था. उन्होंने लिखा कि समारोह से पहले, भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात की. 


(इनपुट भाषा के साथ)