नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये बताना पड़ा कि सुप्रीम कोर्ट में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चार सीनियर जज जस्टिस चलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन भीमाराव लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ मौजूद थे.


जानें, कौन हैं चीफ जस्टिस पर सवाल उठाने वाले जस्टिस चलमेश्वर?

जानें, कौन हैं CJI पर सवाल उठाने वाले जस्टिस मदन भीमाराव लोकुर?

जस्टिस रंजन गोगोई
18 नवंबर 1954 को जस्टिस गोगोई का जन्म हुआ था. 1978 में वे बार के सदस्य बने. उनकी प्रैक्टिस का अधिकांश हिस्सा गोहाटी में ही रहा. 2001 में वे गोहाटी हाईकोर्ट के जज बने. 2010 में उन्हें पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की जिम्मेदारी मिली. 2011 में वे पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने और अप्रैल 2012 में सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट के जज बने. अगर सब कुछ नियम के मुताबिक सही रहा तो वह सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस हो सकते हैं.

महत्वपूर्ण फैसले
सौम्या मर्डर केस में उन्होंने ब्लॉग लिखने वाले जस्टिस काटजू को अदालत में बुला लिया था.

पूर्व चीफ जस्टिस पी सदाशिवम, जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई और जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच ने ही ईवीएम और बैलेट पेपर में नोटा का विकल्प देने का आदेश दिया था.

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