Karnataka New CM: जानें- कौन हैं बसवराज बोम्मई? जो होंगे कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री
येदियुरप्पा की अगुवाई वाली सरकार में बोम्मई के पास राज्य का गृह मंत्रालय, कानून और संसदीय कार्य और विधान मंत्री का पदभार था. उन्होंने खुद कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बनने की अटकलों को खारिज कर दिया था.
बसवराज एस. बोम्मई को सोमवार को कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री चुना गया. वह कर्नाटक के 20वें मुख्यमंत्री के तौर पर बीएस येदियुरप्पा की जगह लेंगे. बसवराज बोम्मई को केन्द्रीय पर्यवेक्षकों और राज्य प्रभारी और बीएस. येदियुरप्पा की मौजूदगी में बीजेपी विधायकों ने मुख्यमंत्री चुना. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कर्नाटक बीजेपी पर्यवेक्षक और केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बसावराज एस. बोम्मई के अगले मुख्यमंत्री होने का एलान किया.
येदियुरप्पा की सरकार में कई अहम जिम्मेदारी
येदियुरप्पा की अगुवाई वाली सरकार में बोम्मई के पास राज्य का गृह मंत्रालय, कानून और कर्नाटक के संसदीय कार्य और विधान मंत्री का पदभार था. इससे पहले उन्होंने खुद कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बनने की अटकलों को खारिज कर दिया था.
ऐसा माना जा रहा है कि बसावराज बोम्मई को इसलिए चुना गया है क्योंकि वे येदियुरप्पा के सबसे करीबी है. इस वक्त येदियुरप्पा का पसंदीदा चेहरा न चुनना बीजेपी को भारी पड़ सकता था. येदियुरप्पा को इस वक्त नाराज करने का रिस्क बीजेपी नहीं उठा सकती थी. दूसरा प्वाइंट बीजेपी के लिए लिंगायत चेहरा भी है ऐसे में समुदाय में भी किसी तरह की नाराजगी नहीं होगी.
कर्नाटक के पूर्व सीएम के बेटे हैं बसवराज बोम्मई
61 वर्षीय बसवराज बोम्मई पूर्व कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस.आर. बोम्मई के बेटे हैं. उनका जन्म 28 जनवरी 1960 हुआ था. वह सदर लिंगायत समुदाय से आते हैं और कर्नाटक के पूर्व सीएम येदिुयरप्पा के भरोसेमंद माने जाते हैं.
उन्होंने साल 2008 में बीजेपी ज्वाइन किया था और उसके बाद वह पार्टी रैंक में आगे बढ़ते गए. पेशे से इंजीनियर बसवराज बोम्मई दो बार के एमएलसी और तीन बार शिग्गांव से विधायक हैं. वह कर्नाटक में बीजेपी विधायक दल का नेता भी रह चुके हैं. गौरतलब है बीजेपी के सीनियर नेता बीएस येदियुरप्पा ने अपनी सरकार के 2 साल पूरा होने पर 26 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
बोम्मई के पिता एस आर बोम्मई जनता परिवार के दिग्गज नेता थे और वह कर्नाटक के 11वें मुख्यमंत्री भी थे. हुब्बल्ली में 28 जनवरी 1960 को जन्मे बसवराज बोम्मई ने मकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. उन्होंने पुणे में तीन साल तक टाटा मोटर्स में काम किया और फिर उद्यमी बने. उनकी जाति, शैक्षणिक योग्यता, प्रशासनिक क्षमताएं और येदियुरप्पा व भाजपा के केंद्रीय नेताओं से करीबी इस पद के लिये उनके चयन की प्रमुख वजहों में बताई जा रही हैं.
बोम्मई प्रभावशाली वीराशैव-लिंगायत समुदाय से आते हैं और येदियुरप्पा भी इसी समुदाय से हैं. राज्य की कुल आबादी में समुदाय की हिस्सेदारी 16-17 प्रतिशत है और इसे भाजपा के मजबूत वोटबैंक के तौर पर देखा जाता है. उन्होंने अपना राजनीतिक सफर जनता दल से शुरू किया था और दो बार (1997 और 2003) में कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य रहे. वह मुख्यमंत्री जे एच पटेल के राजनीतिक सचिव भी रहे और परिषद में विपक्ष के उपनेता भी रहे.
बोम्मई ने जनता दल (युनाइटेड) छोड़कर फरवरी 2008 में भाजपा का दामन थाम लिया और उसी साल हुए विधानसभा चुनावों में हावेरी जिले के शिगगांव निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए. इसके बाद वह 2013 और 2018 के विधानसभा चुनावों में भी इस सीट से निर्वाचित हुए. परिवार की बात करें तो बोम्मई का विवाह चेनम्मा से हुआ है और उनके एक बेटा व एक बेटी हैं।
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