Parvati Parida Profile: कौन हैं प्रवाती परिदा? जो बनेंगी ओडिशा की पहली महिला डिप्टी CM
Who is Pravati Parida: बीजेपी पहली बार ओडिशा में अपनी सरकार बनाने जा रही है. आदिवासी नेता और क्योंझर से चार बार के विधायक मोहन चरण माझी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे.
Pravati Parida News: लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के दिन ओडिशा विधानसभा चुनाव के परिणाम भी आए थे. इन परिणामों में बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की थी. ओडिशा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आई है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी विधायकों की बैठक के बाद घोषणा करते हुए बताया कि मोहन चरण माझी (52) को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है. वहीं, केवी सिंह देव और प्रवाती परिदा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है.
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर किया था ऐलान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मोहन चरण माझी को सर्वसम्मति से ओडिशा बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है. वह एक युवा और गतिशील पार्टी कार्यकर्ता हैं, जो ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के रूप में राज्य को प्रगति और समृद्धि की राह पर आगे ले जाएंगे. उन्हें बहुत-बहुत बधाई.'
ओडिशा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के साथ-साथ बुधवार को भुवनेश्वर के जनता मैदान में केवी सिंह देव और प्रवाती परिदा भी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी. केवी सिंह देव ने पटनागढ़ से बीजेडी के सरोज कुमार मेहर को 1357 वोटों से हराया है, जबकि प्रवाती परिदा ने निमापारा से बीजेडी नेता दिलीप कुमार नायक को 4588 वोटों से हराया.
जानें कौन हैं प्रवाती परिदा
प्रवाती परिदा का जन्म 1967 में हुआ था. उन्होंने पुरी की निमापारा विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. वो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. 1995 में उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की थी. इसके अलावा उन्होंने 2005 में इसी विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए की डिग्री हासिल की थी. उन्होंने कुछ समय ओडिशा हाई कोर्ट में एक वकील के रूप में भी काम किया है. पूर्व सरकारी कर्मचारी श्याम सुंदर नायक से उनकी शादी हुई थी.
प्रवाती परिदा निमापारा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं. यह चौथी बार है, जब उन्होंने निमापारा सीट से चुनाव लड़ा. इससे पहले 2014 और 2019 में बीजद के समीर रंजन दाश के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. उन्होंने 2009 में निमापारा से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें केवल 4.52 प्रतिशत वोट मिले थे.