नई दिल्ली: यूटी काडर 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है. एसएन श्रीवास्तव राजधानी दिल्ली में दक्षिण पश्चिम और उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त पद पर तैनात रह चुके हैं. इसके अलावा वह दिल्ली पुलिस मुख्यालय यातायात प्रशिक्षण में संयुक्त आयुक्त के पद के अलावा दिल्ली पुलिस के बेहतरीन समझे जाने वाले आतंकवादी निरोधक स्पेशल सेल में भी लंबे समय तक विशेष आयुक्त रहे हैं.


श्रीवास्तव वीआईपी सुरक्षा देने वाली स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप में भी प्रतिनियुक्ति पर तैनात रहे हैं. एसएन श्रीवास्तव के पास स्थानीय अपराधियों से लेकर आतंकवादी संगठनों से निपटने का बड़ा अनुभव है. डीसीपी पद पर रहते हुए उन्होंने और  उनकी टीम ने मिलकर कुख्यात नीतू ढाबलिया और मुन्ना बजरंगी का एनकाउंटर किया था. इसके अलावा स्पेशल सेल में उनके कार्यकाल में 3 दर्जन से ज्यादा आतंकवादी गिरफ्तार किए गए थे और कुख्यात आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन की कमर पूरी तरह से टूट गई थी. कुख्यात अब्दुल करीम टुंडा की गिरफ्तारी भी उनके ही कार्यकाल में नेपाल बॉर्डर से की गई थी.


सीआरपीएफ में तैनाती के दौरान श्रीवास्तव ने ऑपरेशन 'ऑल आउट' में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उनके नेतृत्व में  सीआरपीएफ ने सेना के साथ मिलकर कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था. जिसमें अनेक बड़े आतंकवादी मारे गए थे. एसएन श्रीवास्तव को इसके बाद सीआरपीएफ में ही विशेष निदेशक के पद पर तैनात किया गया था.


जहां से उन्हें 4 दिन पहले दिल्ली पुलिस का विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था बनाया गया था. उत्तर पूर्वी दिल्ली में हो रहे दंगों को देखते हुए श्रीवास्तव की तैनाती की गई थी. शाम 7:30 बजे उनकी तैनाती हुई और 8:30 बजे उन्होंने उत्तर पूर्वी दिल्ली जाफराबाद मौजपुर रोड खाली करा दिया था और उसके अगले 24 घंटों में उन्होंने दंगा ग्रस्त इलाकों पर पूरी तरह से पुलिस प्रशासन का नियंत्रण करा दिया था.


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