देश की राजनीति में 'शूर्पणखा कांड', जानिए कौन थी शूर्पणखा और क्यों थी प्रसिद्ध
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें रामानंद सागर के सीरियल रामायण की 'शूर्पणखा' जोर-जोर से हंस रही है. इस वीडियो में शूर्पणखा की हंसी के साथ मोदी के उस बयान को भी लिंक किया गया है जिस पर कल सदन में रेणुका चौधरी जोर से हंसी थीं.
नई दिल्ली: बुधवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी अचानक जोर से हंसने लगीं. सभापति ने उन्हे टोका तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि ऐसी हंसी रामायण सीरियल के बाद आज सुनने को मिली है.
इसके बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें रामानंद सागर के सीरियल रामायण की 'शूर्पणखा' जोर-जोर से हंस रही है. इस वीडियो में शूर्पणखा की हंसी के साथ मोदी के उस बयान को भी लिंक किया गया है जिस पर कल सदन में रेणुका चौधरी जोर से हंसी थीं.
आइए आपको बताते हैं कि शूर्पणखा कौन थी -
शूर्पणखा राक्षस कुल की राजकुमारी थी और रावण की बहन थी. कई जगहों पर उल्लेख मिलता है कि वह बेहद खूबसूरत थी. माना जाता है कि दक्षिण भारत में स्थित घने जंगलों में (दंडकारण्य) वह रहती थी और जंगल में रहने वाले ऋषि-मुनि उससे परेशान रहते थे.
इसी घने जंगल में घूमते वक्त एक दिन शूर्पणखा की नजर राम और लक्ष्मण पर पड़ी. दोनों के चेहरे का तेज देखकर वह दोनों भाइयों पर मोहित हो गई. वह जब उनके पास पहुंची तब उसने सीता को भी देखा.
कहा जाता है कि शूर्पणखा ने राम और लक्ष्मण के सामने शादी करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन दोनों ने ही शूर्पणखा के प्रस्ताव ठुकरा दिया था. इस वजह से शूर्पणखा गुस्से में आ गई और सीता पर हमला कर दिया.
इस पर लक्ष्मण ने उसकी नाक काट दी. इस घटना के बाद क्षोभ से भरी शूर्पणखा सबसे पहले अपने भाई खर और दूषण के पास गई और उनसे अपने अपमान का बदला लेने को कहा.
ये सुनकर दोनों भाई राम-लक्ष्मण से लड़ने के लिए पहुंचे लेकिन लड़ाई के दौरान दोनों ही मारे गए. दोनों की मौत के बाद शूर्पणखा समझ गई कि जंगलों में घूम रहे ये दोनों वनवासी साधारण नहीं हैं.
इसके बाद शूर्पणखा, लंका में अपने सबसे बड़े भाई और राक्षस राज रावण के पास गई और उसे अपनी पूरी हालत बताई. उसने रावण को ललकारा कि वह रक्ष कुल के अपमान का बदला ले.
मान्यताओं के मुताबिक अपनी बहन के इस अपमान का बदला लेने के लिए ही रावण ने सीता का अपहरण किया था.