नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली समेत आस-पास के इलाके में एयर क्वालिटी बेहद खराब स्थिति में है. वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण सांस लेना दुस्वार हो गया है. वायु गुणवत्ता में लगातार गिरावट आ रही है और दिल्ली-एनसीआर एक गैस चैंबर में तब्दील हो गया है. दिवाली के बाद प्रदूषण में बढ़ोतरी से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. पिछले तीन दिनों में पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने से हालात बेकाबू हो गए हैं. प्रदूषण संकट गहराने के लिए जिम्मेदार कारकों में पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं का 27 प्रतिशत योगदान है. वायु प्रदूषण पर निगरानी करने वाली पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की संस्था ‘सफर’ के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में संभावित पश्चिमी विक्षोभ से हवा की सुस्त गति में इजाफे के कारण दूषित हवा से जल्द राहत मिलने की उम्मीद है.
उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का संकट लगातार गहराने का असर लोगों की औसत आयु पर पड़ रहा है. एक अध्ययन के मुताबिक गंगा के मैदानी इलाकों में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की औसत आयु सीमा में सात साल कम होने की आशंका है. अमेरिका के शिकागो विश्वविद्यालय की शोध संस्था एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट ‘एपिक’ द्वारा तैयार ‘वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक’ के गुरुवार को जारी विश्लेषण के मुताबिक उत्तर भारत में गंगा के मैदानी इलाकों में रह रहे लोगों की औसत आयु सीमा लगभग सात वर्ष तक कम होने की आशंका है. इसके पीछे इन इलाकों के वायुमंडल में दूषित सूक्ष्म तत्वों और धूलकणों से होने वाले वायु प्रदूषण में इजाफे को मुख्य कारण बताया गया है.
ऐसे में जब देशभर में प्रदूषण से लोग प्रभावित हो रहे हैं तो जरूरी है कि लोगों को एहतियात बरतना चाहिए. आप भी नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के अपने शहर का हाल जान सकते हैं. इस लिंक अपने शहर नाम डालकर आप प्रदूषण स्तर जांच सकते हैं.
यहां अपने शहर का नाम डालकर चेक करें कितना है प्रदूषण
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया है कि हवा में घुले खतरनाक सूक्ष्म कण पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा काफी बढ़ गई. इन कणों का शरीर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. अब आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि आखिर यह पीएम 2.5 और पीएम 10 है क्या जिसकी मात्रा बढ़ने से ऐसी स्थिति हुई है. इसके जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
जहां एक तरफ जनता प्रदूषण की मार झेल रही है तो वहीं राजधानी दिल्ली में राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप लगाकर पल्ला झाड़ रहे हैं. दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पराली की बढ़ती घटनाओं को लेकर हरियाणा भवन और पंजाब भवन के सामने प्रदर्शन किया. दिल्ली में प्रदूषण का एक बड़ा कारण पंजाब और हरियाणा में पराली जलाया जाना है.
एक दूसरे पर आरोप लगाकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं राजनीतिक दल
प्रदूषण से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज मास्त है. दिल्ली के मुक्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केजरीवाल ने छात्रों को मास्क बांटे हैं.
CM केजरीवाल ने छात्रों को मास्क बांटे
देश भर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है. दिवाली के बाद दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है. फिलहाल देखना होगा कि दिन के साथ-साथ यह प्रदूषण बढ़ता है या घटता है. इसका पता समय के साथ ही चलेगा. एबीपी न्यूज लगातार आपको दिखा रहा है कि किस तरह देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे भारत में सांस लेना मुश्किल हो रहा है.