Kochi Balloon: केरल के कोच्चि में हैरान कर देने वाला मामले सामने आया है. यहां पाकिस्तान के झंडे की तस्वीर और पाकिस्तान के समर्थन में संदेश वाले गुब्बारे विवाद का मुद्दा बन गए हैं. यह घटना तब सामने आई जब एक स्थानीय युवक ने कोच्चि के त्रिपुनिथुरा की एक दुकान से अपने बच्चे के जन्मदिन के लिए गुब्बारे खरीदे. घर लौटने पर, वह शख्स यह देखकर चौंक गया कि एक गुब्बारे पर "आई लव पाकिस्तान" लिखा हुआ था, साथ ही पाकिस्तानी झंडे की तस्वीर भी थी.


ABP की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के झंडे की तस्वीर और पाकिस्तान के समर्थन में संदेश वाले गुब्बारे ने कोच्चि के त्रिपुनिथुरा में एक दुकानदार को परेशानी में डाल दिया है. जिसके बाद युवक ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दुकानदार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 के तहत मामला दर्ज कर लिया है, जो दुश्मनी को बढ़ावा देने से जुड़ा हुआ है. फिलहाल, पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है.


जांच-में जुटी पुलिस


इस मामले में त्रिपुनिथुरा हिल पैलेस पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आनंद बाबू ने बताया कि दुकानदार का कहना है कि उसने कोच्चि के ब्रॉडवे में एक थोक दुकान से गुब्बारा खरीदा था. हालांकि, दुकान की छानहबीन में पुलिस को पाकिस्तान के समर्थन में झंडा या संदेश वाला कोई और गुब्बारा नहीं मिला. वहीं, पुलिस को कुछ गुब्बारों पर विदेशी भाषाओं में संदेश लिखे पाए गए. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था जिससे तत्काल चिंता पैदा होती हो.


अभी तक दुकानदार के खिलाफ नहीं मिला कोई सबूत- पुलिस


इंस्पेक्टर आनंद बाबू का कहना है कि अब तक दुकानदार के किसी भी संदिग्ध इरादे का कोई सबूत नहीं मिला है. इसलिए उसे अभी तक मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है. इसके अलावा पुलिस गुब्बारे कहां से आया, इसकी जांच-पड़ताल कर रही है.


RSS ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निकाला मार्च


इस घटना के बाद संघ परिवार के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया और त्रिपुनिथुरा के आज़ाद जंक्शन से एक मार्च निकाला गया. इस दौरान आरएसएस नगर कार्यवाह रागेश ने शुरू किए इस मार्च में विवादित गुब्बारे को बांटने के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ़्तारी की मांग की गई है. इन हालातों ने स्थानीय लोगों में चिंता पैदा कर दी है. फिलहाल, पुलिस गुब्बारे के स्रोत का पता लगाने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए है. इसके अलावा पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या अशांति भड़काने का कोई जानबूझकर प्रयास किया गया था.


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