कोहिमा: नागालैण्ड में हुई हिंसा के बाद तनाव बना हुआ है. हिंसा के दौरान दीमापुर में पुलिस फायरिंग में जिन दो युवकों की मौत हुई थी उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. अभी भी तनाव जारी है और लोगों का कहना है कि वह तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक कि मुख्यमंत्री टी आर जेलिआंग इस्तीफा नहीं दे देते. लोगों ने अभी भी दीमापुर को कोहिमा से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 29 को जाम किया हुआ है.


लोगों ने लगाई सरकारी बिल्डिंग्स में आग


गौतलब है कि 31 जनवरी को स्थानीय नागा लोग दीमापुर में मुख्यमंत्री टी आर जेलिआंग की कोठी के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. बताया जा रहा है कि उग्र भीड़ ने सीएम की कोठी में भी घुसने की कोशिश की. वहां तैनात पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए गोलियां चलाई जिसमें दो स्थानीय युवकों की मौत हो गई. इसके बाद हिंसा ने और उग्र रूप ले लिया. लोगों ने दोनों युवकों के शवों को लेकर राजधानी कोहिमा पहुंच गए और वहां जाकर सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया.


महिलाओं को निकाय चनावों में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने का हो रहा है विरोध 


नागा लोग इस बात से खफा हैं कि स्थानीय निकाय चुनावों में महिलाओं को 33 प्रतिशत)आरक्षण दिया गया है, जो अनुच्छेद 371(A)का उल्लंघन है. सीएम जेलिआंग ने लोगों की मांग पर चुनावों को स्थिगत कर दिया था लेकिन हाईकोर्ट ने चुनावों को निश्चित समय पर करने का आदेश दिया है. इसी बात से खफा होकर लोग सीएम की दीमापुर स्थित निजी कोठी पर इकठ्ठा हुए थे, जिसके बाद ही फायरिंग में दो युवकों की मौत हुई.