कोलकाता: एशिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना रेड लाइट एरिया सोनागाछी लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एक तरफ कोरोना वायरस का खौफ तो दूसरी तरफ बीमारी के डर ने यहां की दिनचर्या को ठप कर दिया है. आर्थिक तंगी के चलते बहुत सारे वर्कर्स अपने परिवारों का पेट पालने में परेशानी महसूस कर रहे हैं.


सोनागाछी में लॉकडाउन की दोहरी मार

सैकड़ों की संख्या में ग्राहकों की चहल पहल से गुलजार रहनेवाला सोनागाछी सूना पड़ गया है. कई फिल्मों का हिस्सा बन चुका ये इलाका सूरज ढलने के साथ ही वीरान नजर आने लगता है. दरबार महिला समिति के मुताबिक ज्यादातर वर्कर्स अपने घरों को लौट गए हैं. कई अन्य लोग भी कोरोना वायरस महामारी के डर के चलते जाने की तैयारी में हैं.

ग्राहकों से गुलजार रहनेवाला इलाका सूना

इस बीच पश्चिम बंगाल महिला एवं बाल कल्याण मंत्री शशि पांजा ने रेड लाइट एरिया के वर्कर्स के बीच जाकर जागरुकता फैलाई. उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए उनके बीच मास्क वितरित किए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम 15 सौ वर्कर्स तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.

ये वर्कर्स लॉकडाउन के कारण मुसीबत में हैं. हम उन्हें राशन में चावल, दाल और आलू दे रहे हैं. आगे से उन्हें पका हुआ भोजन दिया जाएगा. इसके अलावा हम उन्हें वर्तमान परिस्थिति में जागरुक कर हैं. उन्हें हैंड सैनेटाइजर की उपयोगिता के बारे में भी बताया जा रहा है.

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