कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी ने फर्ज़ी टीकाकरण रैकेट के खिलाफ सोमवार को मध्य कोलकाता में एक विरोध रैली निकाली. नकली वैक्सीन घोटाले के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और केएमसी पहुंचने से रोक दिया गया. कोलकाता पुलिस ने कम से कम 54 प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.


पुलिस की तरफ से कार्यक्रम के लिये मंजूरी नहीं मिलने के बावजूद बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय और हिंद सिनेमा से रैलियां निकालीं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार फर्जी टीकाकरण गिरोह के संदिग्ध मुख्य षड्यंत्रकर्ता देबांजन देव और सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं और केएमसी के आला अफसरों के बीच कथित संबंध को छिपाने की कोशिश कर रही थी और बीजेपी ने इस मिलीभगत का पर्दाफाश करने के लिये इस प्रदर्शन का आयोजन किया था. 


उन्होंने कहा, “टीएमसी जब विपक्ष में थी तब वे बिना किसी मंजूरी के कार्यक्रम आयोजित करते थे. और अब जब हम कोई राजनीतिक कार्यक्रम करना चाहते हैं तब हमें ऐसा करने से रोका जाता है.”


आपको बता दें कि पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने इसी फर्ज़ी वैक्सीन कैंप से टीका लगवाया था. पिछले महीने कोलकाता पुलिस ने कथित रूप से चलाए जा रहे, फर्ज़ी टीकाकरण रैकेट का भंडाफोड़ किया था.


इस रैकेट ने टीएमसी और बीजेपी के बीच सियासी घमासान शुरू कर दिया, जबकि भाजपा ने आरोप लगाया है कि मास्टरमाइंड के वरिष्ठ टीएमसी नेताओं के साथ संबंध थे. राज्य के सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने, हालांकि, कोविड -19 प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.



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