Kolkata Building Collapse: सिर पर लगे टांके, माथे पर पट्टी फिर भी घायल ममता बनर्जी पीड़ितों का हाल लेने पहुंची
Mamata Banerjee Injury: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पिछले हफ्ते गुरुवार के दिन अपने घर में गिर गईं थीं. इसके बाद से वो डॉक्टरों की निगरानी में हैं.
Under Construction Building Collapsed: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में एक पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत भरभरा कर गिर पड़ी. इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि 7 लोग घायल हुए. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य की मुखिया ममता बनर्जी ने घायल अवस्था में इलाके का दौरा कर पीड़ितों हाल जाना.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी हाल ही में अपने घर में गिर गईं थीं और उनके माथे पर टांके लगे हुए. डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. ऐसी हालत में ममता बनर्जी का ये दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है. उन्होंने स्थानीय निवासियों को अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया.
चोट लगने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखीं ममता बनर्जी
गुरुवार की शाम को अपने घर पर गिरने और सिर पर चोट आने के बाद ममता पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखीं. ममता बनर्जी ने जब घटनास्थल का दौरा किया तब उनके माथे पर पट्टी बंधी हुई थी. उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण की गतिविधियों को लेकर प्राधिकारियों को ज्यादा सतर्क रहना चाहिए. इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस घटना पर दुख व्यक्त किया.
सरकार ने किया मुआवजा देने का ऐलान
उन्होंने कहा, “कोलकाता नगर निगम के गार्डन रीच इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत ढहने की खबर के बारे में जानकर दुख हुआ. हमारे महापौर, दमकल मंत्री, सचिव, पुलिस आयुक्त, नगर निकाय, पुलिस, दमकल और आपदा प्रबंधन अधिकारी तथा बचाव दल रात भर घटनास्थल पर मौजूद रहे.’’
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार प्रत्येक मृतक और घायल व्यक्ति के परिजनों को मुआवजा देगी. मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘‘हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और बचाव अभियान जारी रहेगा.”
इमारत गिरने के बाद छा गया धूल का गुबार
स्थानीय लोगों के अनुसार, इमारत के ढहने से पहले कंक्रीट के टुकड़े गिरे थे. उन्होंने बताया कि इमारत के ढहने पर एक तेज आवाज आयी और पूरे इलाके में धूल का गुबार छा गया. घनी आबादी वाले इस इलाके में इमारत का मलबा आसपास की झुग्गियों पर भी गिरा. एक निवासी ने बताया, ‘‘निर्माणाधीन इमारत में कोई रहता नहीं था लेकिन यह आसपास की झुग्गियों पर गिरी.”