Kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता इन दिनों हिंसा की जगह बन गई. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई रेप और मर्डर की घटना के बाद वहां पर हिंसा देखने को मिली. जब नर्सों और पुलिस अधिकारियों को सैकड़ों की संख्या में मौजूद भीड़ ने घेर लिया, जिसने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और कर्मचारियों के बीच आतंक फैला दिया.
अराजकता ऐसी थी कि पिछले हफ्ते एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए जघन्य बलात्कार और हत्या के विरोध में अस्पताल में तैनात पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल की नर्सों के पास शरण ली. इस हंगामे के बीच फंसी एक नर्स ने बताया कि उग्र भीड़ के सामने पुलिस कर्मियों की संख्या कम थी.
'पुलिस वाले वार्ड में छिपाने की लगा रहे थे गुहार'
नर्स ने बताया, "पुलिस ने हमसे सुरक्षा मांगी. ड्यूटी पर मौजूद दो अधिकारियों ने कहा कि कृपया हमें अपने वार्ड में छिपा लें." नर्स के मुताबिक, भीड़ का गुस्सा सेमिनार रूम पर था, जहां ट्रेनी डॉक्टर की हत्या की गई थी. उन्होंने कहा, "वे सेमिनार रूम में घुसना चाहते थे. उनका मुख्य लक्ष्य यही था."
उन्होंने कहा, "उन्होंने तीसरी मंजिल पर घुसने की कोशिश की, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए. उन्होंने दूसरी मंजिल को नष्ट कर दिया. हो सकता है कि उन्हें लगा हो कि यही वह मंजिल है जहां अपराध हुआ था." वहीं, कोलकाता पुलिस ने यह भी कहा कि सेमिनार कक्ष पूरी तरह सुरक्षित है और उसे छुआ नहीं गया है.
'डर के मारे रोने लगीं नर्सें'
नर्सों ने बताया कि भीड़ ने जब कहर बरपाया तो वहां का माहौल बहुत भयावह था. नर्स ने बताया, "हम नीचे गए और हम बहुत डरे हुए थे. हमने देखा कि हमले के कारण हमारी जूनियर और सीनियर नर्सें डर के मारे रो रही थीं." उन्होंने कहा, "हो सकता है कि कल भी दुर्व्यवहार का कोई मामला हुआ हो. हम सभी रोते हुए परिसर से बाहर निकले. यह हमारे लिए एक भयावह अनुभव था."
नर्सों ने सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
एक अन्य नर्स ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई. उसने कहा, "हमें लगता है कि हम कभी भी मारे जा सकते हैं." अस्पताल के कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह बर्बरता का विरोध किया और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की. एक नर्स ने कहा, "अस्पताल के अंदर इस तरह की गुंडागर्दी अस्वीकार्य है."
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