Kolkata Molested Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक ओर महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के आक्रोश में विरोध प्रदर्शन जारी है वहीं, दूसरी ओर महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. एक फाइव स्टार होटल में पार्टी के दौरान एक महिला के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. हालांकि, पुलिस ने इस घटना में शामिल 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें से एक आरोपी दिल्ली का रहने वाला है.


इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना मंगलवार (3 सितंबर) की रात करीब 11.50 बजे की बताई जा रही है. हालांकि, कोलकाता पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच-पड़ताल कर रही है.


जानिए क्या है पूरा मामला?


पीड़ित महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि पहले तो आरोपी ने महिला और उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ की और उन्हें गलत तरीके से छुआ. इसके बाद जब उन्हें टोका तो आरोपियों ने उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. वहीं, गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों की पहचान दिल्ली के पीतमपुरा के रहने वाले 60 वर्षीय अरुण कुमार और कोलकाता के रहने वाले 43 वर्षीय रिंकू गुप्ता के रूप में हुई है.


हालांकि, इस मामले में पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपी अरुण कुमार कोलकाता के फाइव स्टार होटल में ठहरे थे और उन्होंने दूसरे आरोपी को, जो उनका परिचित बताया जाता है, मिलने के लिए होटल परिसर में बुलाया था. इसके बाद दोनों उस पार्टी में शामिल हुए, जहां कथित छेड़छाड़ की घटना हुई.


घटना के दिन विधानसभा में बलात्कार विरोधी विधेयक हुआ पारित


दरअसल, ये घटना उस समय हुई जिस दिन पश्चिम बंगाल विधानसभा ने बलात्कार विरोधी विधेयक पारित किया गया है. जिसमें ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार द्वारा पेश किए गए इस बिल का नाम 'अपराजिता महिला और बाल विधेयक (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून और संशोधन) विधेयक, 2024' है. यह विधेयक मंगलवार (3 सितंबर) को विपक्ष के समर्थन के साथ सर्वसम्मति से पारित हो गया. 


5 स्टार होटल में महिला से छेड़छाड़ की घटना खड़े करती है सवाल


ऐसे में यह घटना एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े करती है. एक तरफ जहां देश भर में रेप और यौन अपराधों के खिलाफ कड़े कानून बनाए जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं यह संकेत दे रही हैं कि इन कानूनों को प्रभावी ढंग से लागू करना और समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है.


यह भी पढ़ेंः बॉर्डर तोड़कर बांग्लादेश में घुसे 8000 लोग कौन, अंतरिम सरकार पर आई नई आफत