Kolkata Doctor Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी पहचान संजय रॉय के तौर पर हुई है, जो अस्पताल का कर्मचारी नहीं है. मगर उसे अक्सर ही कैंपस की बिल्डिंग में आते-जाते देखा जाता था. पुलिस ने आरोपी को शनिवार (10 अगस्त) को गिरफ्तार किया था. फिलहाल वह 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, संजय रॉय कोलकाता पुलिस के साथ सिविक वॉलंटियर के तौर पर काम करता था. सिविक वॉलंटियर ट्रैफिक को मैनेज करने और आपदा आने पर मदद करने सहित कई तरह के कामों में पुलिस की सहायता के लिए भर्ती किए जाते हैं. इन्हें संविदा पर भर्ती किया जाता है. हर महीने सिविक वॉलंटियर को 12000 रुपये की सैलरी भी दी जाती है. हालांकि, इन्हें नियमित पुलिसकर्मी की तरह सुविधाएं नहीं मिलती हैं.
कोलकाता पुलिस का कब हिस्सा बना आरोपी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय रॉय कोलकाता पुलिस के डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रुप में एक वॉलंटियर के तौर पर 2019 में शामिल हुआ था. मगर फिर उसे पुलिस वेलफेयर सेल में शिफ्ट कर दिया गया. इसके बाद एक बार फिर से उसे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पुलिस आउटपोस्ट में काम करने को भेज दिया गया. इस वजह से उसके पास अस्पताल के सभी डिपार्टमेंट्स तक पहुंच थी.
पुलिसकर्मी होने का रौब झाड़ता था आरोपी संजय रॉय
संजय रॉय अस्पताल में चलने वाले एक रैकेट का हिस्सा था, जो मरीजों के रिश्तेदारों से वहां एडमिट कराने के नाम पर पैसे ऐंठता था. अगर मरीजों को सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिलता तो संजय मरीजों के रिश्तेदारों से पास के नर्सिंग होम में बेड ढूंढने के लिए भी पैसे लेता था. पुलिसकर्मी नहीं होने के बाद भी संजय कभी-कभी पुलिस बैरक में रहने के लिए वह अपने संपर्कों का इस्तेमाल करता था.
वह केपी यानी कोलकाता पुलिस लिखी टी-शर्ट पहनकर घूमता था. उसकी बाइक पर भी केपी टैग लगा हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह खुद को कोलकाता पुलिस के कर्मी के तौर पर दिखाता था. यही वजह थी कि उसके झूठे रौब के चलते कई वॉलंटियर्स को लगता था कि वह सच में एक पुलिसकर्मी ही है.
मुझे फांसी पर लटका दो: आरोपी संजय रॉय
स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पुलिस ने जैसे ही पूछताछ शुरू की, वैसे ही आरोपी संजय ने अपना अपराध कबूल लिया. उसने इस घिनौने अपराध के लिए कोई पछतावा भी नहीं दिखाया. पुलिस से उसने कहा, "अगर तुम चाहो तो मुझे फांसी पर लटका दो." बताया गया है कि उसके मोबाइल फोन में अश्लील कंटेट भी मिला है. आरोपी को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के जरिए पहचान कर गिरफ्तार किया गया.
आरोपी हत्या और दुष्कर्म को अंजाम देने के बाद अपने घर गया और सो गया. उठने पर उसने सबूत मिटाने के लिए अपने कपड़े भी धोए. पुलिस को उसके जूतों पर खून के धब्बे मिले हैं. फिलहाल आरोपी 23 अगस्त तक पुलिस हिरासत में रहने वाला है.