Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या की जांच कर रही सीबीआई ने जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी है. सीबीआई ने गुरुवार (22 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि हमारी जांच ही एक चुनौती है क्योंकि, 13 अगस्त को केस अपने हाथ में लिया था, तब तक सब कुछ बदल चुका था. उस दौरान क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ की जा चुकी थी. 


सीबीआई ने गुरुवार (22 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को छिपाने का प्रयास किया गया था, क्योंकि जब तक संघीय एजेंसी ने जांच अपने हाथ में ली, तब तक क्राइम सीन बदल चुका था.


ट्रेनी डॉक्टर के दोस्तों ने वीडियोग्राफी करने का दिया था जोर


इस दौरान सीबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया कि अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों के साथ-साथ पीड़िता के सहकर्मियों ने वीडियोग्राफी के लिए कहा था. इसका मतलब यह है कि उन्हें भी लगा कि इसमें कुछ छिपाया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने पांचवें दिन जांच शुरू की. हालांकि, इससे पहले, कोलकाता पुलिस ने जो कुछ भी इकट्ठा किया था, वह हमें दे दिया गया."


अस्पताल प्रबंधन ने केस को दबाने के लिए सुसाइड बताने की कोशिश की 


सुप्रीम कोर्ट की पीठ में जस्टिस जे. बी. पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल थे. इस दौरान तुषार मेहता ने पीठ से कहा, ‘‘सबसे पहले, अस्पताल के उपाधीक्षक ने पीड़िता के माता-पिता को बताया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है. जब वे अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उसने सुसाइड कर ली है. इस पर मृतक के साथियों ने वीडियोग्राफी के लिए जोर दिया. इससे पता चलता है कि उन्हें मामले को छुपाने का शक था."


क्राइम सीन पर नहीं हुआ कोई बदलाव- कपिल सिब्बल


सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आगे कहा कि जब 9 अगस्त की सुबह ताला पुलिस थाने को फोन किया गया तो डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि पीड़िता बेहोश है, हालांकि उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी. इधर, पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मेहता की दलीलों का विरोध करते हुए कहा कि हर चीज की वीडियोग्राफी की गई थी. इसके अलावा क्राइम सीन पर कुछ भी नहीं बदला गया था.


CBI की स्टेटस रिपोर्ट केवल मामले को उलझाने की कर रही कोशिश


इस दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने पूरी ईमानदारी से प्रक्रिया का पालन किया. ऐसे में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट केवल मामले को उलझाने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि सीबीआई को कोर्ट को बताना चाहिए कि पिछले एक हफ्ते में उसने मामले में क्या प्रगति की है. सुनवाई के दौरान तुषार मेहता ने सिब्बल की इस बात के लिए आलोचना की कि जब वह पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज करने में खामियों की ओर इशारा कर रहे थे तो सिब्बल कथित तौर पर हंस रहे थे.


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