Kolkata Rape-Murder Case Live: कोलकाता रेप-मर्डर केस में सीबीआई ने शुरू की जांच, आरकेजीएमसीएच के स्टूडेंट्स ने एजेंसी को लिखी चिट्ठी
Kolkata Doctor Rape-Murder Case Updates: कोलकाता के सरकारी अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घिनौनी वारदात के बाद पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा है.
कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर हड़ताल पर गए रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म कर दी है. ये फैसला स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद लिया गया.
कोलकाता मे जूनियर डाक्टर की मौत के बाद केन्द्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार की ओर से मेडिकल संस्थानों को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाने के लिए गाइडलाइन जारी की गई है.
अमित मालवीय ने कहा कि जब पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी की उदासीनता और कोलकाता पुलिस के मामले को दबाने के असफल प्रयास के कारण गुस्से से उबल रहा है, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट के अंदर कमरे की दीवारें तोड़ दीं, जहां ड्यूटी पर मौजूद जूनियर डॉक्टर के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या की गई थी, जिससे महत्वपूर्ण परिस्थितिजन्य सबूत नष्ट हो गए, जो सीबीआई जांच दल को हत्यारों तक पहुंचा सकते थे. रेजीडेंट डॉक्टर के क्षेत्र के रूप में चिह्नित क्षेत्र और चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट के अंदर शौचालय (महिला) को भी जीर्णोद्धार के नाम पर तोड़ दिया गया. इससे किसी को भी संदेह नहीं है कि ममता बनर्जी इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों को बचाने के लिए सबूतों को मिटा रही थीं और अपराध के निशान को छुपा रही थीं, जिनके बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि वे प्रभावशाली टीएमसी नेताओं के परिवार के सदस्य हैं. बंगाल में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्या कांड मामले को सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया है और दिल्ली से एक स्पेशल मेडिकल और फोरेंसिक टीम कोलकाता भेज रही है. टीम कल सुबह जल्दी रवाना होने वाली है.
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुरलीधर शर्मा ने कहा कि मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है, आरोपी सौंपने के लिए तैयार हैं. सीबीआई ने अभी तक इसके लिए संपर्क नहीं किया है, कल सुबह 10 बजे सौंपने के लिए तैयार हैं.
सीबीआई को लिखी चिट्ठी में आरकेजीएमसीएच के छात्रों ने कहा कि आरजीकेएमसीएच में भौतिक साक्ष्यों से छेड़छाड़ के प्रयासों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली है, जहां 9/8/24 को एक महिला डॉक्टर की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. यह आपके ध्यान में उपर्युक्त बात लाना है, जबकि हाई कोर्ट ने आज 13/8/24 को एक महिला डॉक्टर की हत्या (स्नातकोत्तर ई कर मेडिकल कॉलेज में सिलसिलेवार हमला और हिंसा) की भीषण घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कोकाता हमारे पास अचानक नागरिक पुनर्निर्माण कार्यों की सूचना मिल रही है. यह वह जगह है जहां पर हत्या हुई है. हम उस प्रयास के पीछे बेहद आशंकित हैं और हमें लगता है कि इस तरह के कार्य से साक्ष्यों को तोड़-मरोड़ कर जांच में बाधा डालता है. आपसे अनुरोध है कि आप इस मामले को अत्यंत सावधानी और उचित सम्मान के साथ देखें और मृत महिला डॉक्टर को न्याय सुनिश्चित करने के लिए भी यही कदम उठाए जाने चाहिए.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना की सीबीआई जांच के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा, "इसकी बहुत जरूरत थी और हम इसका स्वागत करते हैं. जो हुआ वह घृणित है. मुझे नहीं पता कि यहां किसे और क्यों संरक्षण मिल रहा है. संजय रॉय, यह व्यक्ति पहले स्थान पर क्यों था? कैसे उसे सभी विभागों में बेरोकटोक प्रवेश मिला हुआ है? कैसे एक युवा लड़की को विकृत, अपमानित, बलात्कार, हत्या किया जा सकता है? सीसीटीवी कैमरे कैसे काम नहीं कर रहे थे? यह बेहद शर्मनाक है और मुझे खुशी है कि सीबीआई इस मामले की जांच करेगी. ममता बनर्जी और स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए था. किसके इशारे पर इस व्यक्ति को बढ़ावा दिया जा रहा था? वे किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं? यह बहुत स्पष्ट है कि ऐसा घृणित कार्य 30-35 मिनट के भीतर नहीं हो सकता था, जो इस व्यक्ति के प्रवेश और निकास से स्पष्ट रूप से प्रदर्शित होता है."
टीएमसी नेता डॉ शांतनु सेन ने कहा, "घटना के दिन ही मुख्यमंत्री ने कहा था कि मामले की जांच फास्ट ट्रैक आधार पर की जाएगी. उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर कोई दूसरी एजेंसी मामले की जांच करती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी, क्योंकि इसमें छिपाने जैसा कुछ भी नहीं है. कल भी पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह रविवार तक का समय दे रही हैं और अगर मामला नहीं सुलझा तो वह इसे सीबीआई को सौंप देंगी. हम सभी जानते हैं कि सीबीआई कितनी निष्पक्ष है."
पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "मैं इसका स्वागत करता हूं. मैंने पहले दिन से कहा है कि अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच होनी चाहिए. अब हम मांग करते हैं कि स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. सीएम शामिल हैं और उनके निजी चिकित्सक और बहुत करीबी सहयोगी डॉ एसपी दास, वह मुख्य व्यक्ति हैं, वह पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य विभाग को नियंत्रित कर रहे हैं."
अधिवक्ता कौस्तव बागची ने कहा, "हम बहुत खुश हैं. हमने अदालत से प्रार्थना की थी कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और इसकी निगरानी अदालत द्वारा की जानी चाहिए. अदालत ने जांच सीबीआई को सौंप दी है और अदालत इसकी निगरानी करेगी. आम जनता और पीड़ित परिवार के मन में विश्वास पैदा करने के लिए जांच सीबीआई को सौंपी गई है."
कलकत्ता हाई कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. मामले पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "मैं बैठक में था, इसलिए मुझे विस्तृत जानकारी नहीं है. अगर ऐसी घटना कोलकाता या कहीं और होती है, तो यह बहुत दुखद घटना है. हर कोई चाहता है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इस घटना के खिलाफ सिर्फ मेडिकल बिरादरी ही क्यों विरोध कर रही है, इंसान होने के नाते हर कोई आहत है. अगर मेडिकल कैंपस के अंदर किसी डॉक्टर के साथ ऐसा कुछ होता है, तो यह एक गंभीर मुद्दा है."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बलात्कार-हत्या कांड मामले की जांच कलकत्ता उच्च न्यायालय की ओर से सीबीआई को सौंपे जाने पर प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा, "हम बहुत खुश और राहत महसूस कर रहे हैं कि मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है. अब आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा."
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार-हत्याकांड की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. न्यायालय ने सभी दस्तावेज तत्काल सीबीआई को सौंपने को कहा है.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा, "पश्चिम बंगाल में यह न तो पहली घटना है और न ही आखिरी. वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर है. पुलिस टीएमसी नेताओं को बचा रही है. उन्हें फर्जी अपराधी नहीं पकड़ना चाहिए. घटना के असली दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. उचित साक्ष्य जुटाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जाना चाहिए."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "यह निंदनीय है. राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन वह अभी भी दुविधा में है. कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर होती जा रही है. राज्य सरकार सक्षम नहीं है और वह आरोपियों की मदद करना चाहती है."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बलात्कार-हत्या की घटना पर पश्चिम बंगाल के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "हम स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री का इस्तीफा चाहते हैं. हम चाहते हैं कि कोलकाता के सीपी विनीत गोयल, सीएम के निजी चिकित्सक - डॉ एसपी दास और डॉ संदीप घोष (आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल) को गिरफ्तार किया जाए. वे इस नरसंहार के मुख्य वास्तुकार हैं. यह एक क्रूर हत्या और सामूहिक बलात्कार है."
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की बलात्कार-हत्या के विरोध में पुणे के यशवंत राव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल (वाईसीएम अस्पताल) में रेजिडेंट डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर मामले का स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट्स में जिस तरह की जानकारी दी गई है, अगर वो सच है तो फिर ये पीड़िता के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा. एनएचआरसी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
आईएमए अध्यक्ष डॉ आरवी अशोकन ने कहा, "भारत में अब ज्यादा से ज्यादा महिला डॉक्टर्स हैं और सरकार की जिम्मेदारी है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. आज हम स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "कल हम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने वाले हैं और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए प्रस्ताव रखेंगे."
महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार को केस डायरी जमा करवाने का निर्देश दिया था. पुलिस ने केस डायरी अदालत में पेश कर दी है. इस मामले पर अब आज दोपहर तीन बजे सुनवाई शुरू होगी.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ आरवी अशोकन ने कहा, "हमारी मांगें दोहरी हैं. केंद्र सरकार से हमारी मांगें पिछले दो दशकों से पेंडिंग पड़ी हैं. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार अस्पतालों को 'सेफ जोन' घोषित करे. हमारे मन में अस्पतालों के लिए एक स्तरित सुरक्षा संरचना है. इसे कानून द्वारा परिभाषित किया जाना चाहिए और स्थानीय अधिकारियों द्वारा लागू किया जाना चाहिए. हमारे पास 25 राज्यों में डॉक्टरों/स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के खिलाफ हिंसा पर राज्य कानून है. जमीनी स्तर पर, यह व्यावहारिक नहीं पाया गया क्योंकि कोई केंद्रीय कानून मौजूद नहीं है. अब समय आ गया है कि सरकार एक केंद्रीय कानून पर दोबारा विचार करें."
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य डेलिना खोंगडुप से जब पूछा गया कि इस मामले में कई आरोपी शामिल शामिल हो सकते हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा, "नहीं, अभी तक इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है. एक प्रक्रिया के तहत काम होता है, जिसमें समय लगता है. पुलिस ने सैंपल्स इकट्ठा किए हैं. इसमें समय लगता है."
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य डेलिना खोंगडुप ने कहा, "हमने अस्पताल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है, जिसे वे सौंपने वाले हैं. पुलिस ने अब तक की कार्रवाई के संबंध में कल ही आयोग को अपनी रिपोर्ट भेज दी है. हम आज फिर इसका अध्ययन करेंगे. वास्तव में यहां कई सुरक्षा खामियां थीं. अथॉरिटी ने वादा किया है कि वे इसकी जांच करेंगे, लेकिन उन्हें कुछ समय दीजिए."
एम्स दिल्ली ने कल सभी रेजिडेंट डॉक्टरों को अस्पताल और उसके आसपास किसी भी हड़ताल, धरना या प्रदर्शन के खिलाफ चेतावनी देते हुए एक कार्यालय ज्ञापन जारी किया. हालांकि, इसके बाद भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की सदस्य डेलिना खोंगडुप ने कहा, "मैंने अभी अधिकारियों से बात की, मैंने छात्रों के प्रतिनिधियों से भी बात की. अधिकारियों ने उनके (छात्रों) द्वारा रखी गई मांगों के संबंध में कुछ दिनों का समय मांगा है, ताकि मांगों को पूरा किया जा सके. हमने अनुरोध किया है कि इस मामले से संबंधित जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए. जांच प्रक्रिया अभी भी चल रही है. हमने सभी रिपोर्ट मांगी हैं, जो वे हमें सौंप देंगे.'' NCW की टीम छात्रों से मिलने के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंची थी.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने कोलकाता रेप-मर्डर मामले की केस डायरी आज दोपहर 1 बजे अदालत के समक्ष दाखिल करने का निर्देश दिया. साथ ही प्रिंसिपल के इस्तीफे पर सवाल उठाया है. पूरी खबर यहां क्लिक कर पढ़ें.
राजस्थान की राजधानी जयपुर में सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज में भी मेडिकल छात्रों ने प्रदर्शन किया है. यहां के डॉक्टर साकेत ने बताया, "आम लोगों को लग सकता है कि चूंकि डॉक्टर विरोध कर रहे हैं, इसलिए मरीजों को परेशानी हो सकती है और हम क्रूर हो रहे हैं, लेकिन यह विरोध 12 अगस्त से पहले शुरू नहीं हुआ था. किसी भी सरकार के लिए इतनी बड़ी घटना के दोषियों को पकड़ने के लिए 4 दिन काफी हैं. एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और उसे मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि पोस्टमॉर्टम ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया है कि एक व्यक्ति अकेले अपराध को अंजाम नहीं दे सकता है, इसलिए हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं."
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कोलकाता रेप-मर्डर केस पर कहा, "पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और टीएमसी सरकार की निगरानी में जो हुआ वह निर्भया पार्ट 2 से कम नहीं है. अब यह साफ हो गया है कि यह बलात्कार नहीं, सामूहिक बलात्कार था. सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं, लेकिन सिर्फ एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. बाकी आरोपियों को टीएमसी से जुड़े होने के कारण बचाया जा रहा है. टीएमसी सरकार की जांच समिति में इंटर्न और टीएमसी के करीबी लोग शामिल हैं, इसलिए वे कुछ छिपाना चाहते हैं."
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का डेलिगेशन स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मंत्रालय में आज दोपहर 2.30 बजे मुलाकात करने वाला है. इस दौरान कोलकाता में डॉक्टर की हत्या के मामले में ज्ञापन सौंपा जाएगा और कार्रवाई की मांग होगी.
पश्चिम बंगाल के मंत्री जावेद अहमद खान और टीएमसी विधायक स्वर्ण कमल साहा को कोलकाता के कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. वे यहां पर छात्रों से बात करने के लिए पहुंचे थे, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर को लेकर विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली एम्स में भी डॉक्टर्स का प्रदर्शन और हड़ताल जारी है. कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन एम्स दिल्ली के अध्यक्ष डॉक्टर इंद्र शेखर प्रसाद ने कहा, "यह बहुत ही गंभीर घटना है. ड्यूटी पर तैनात एक महिला के साथ यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. अगर कार्यस्थल पर ऐसी घटनाएं होंगी तो महिलाएं कैसे काम करेंगी? हम इसकी सीबीआई जांच चाहते हैं, तब तक हम अपना विरोध जारी रखेंगे."
बिहार की राजधानी पटना में स्थित एम्स में भी मेडिकल छात्रों ने कोलकाता में हुई घटना को लेकर प्रदर्शन किया है. यहां भी सेवाएं प्रभावित हुई हैं.
ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के मामले में दिल्ली राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंची है. यहां पर डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है.
रोगी कल्याण समिति कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज (सीएनएमसी) के अध्यक्ष स्वर्ण कमल साहा जावेद खान के साथ सीएनएमसी पहुंचे हैं, जहां पर डॉक्टर्स का प्रदर्शन चल रहा है. वे डॉक्टरों से बात करने वाले हैं.
महाराष्ट्र के नागपुर शहर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. हड़ताल की वजह से ओपीडी सर्विस बंद है. डॉक्टर दीक्षा बजाज ने कहा, "डॉक्टर अपने घर की तुलना में अस्पतालों में ज्यादा समय बिताते हैं. यह हमारा दूसरा घर है. अगर हम यहां सुरक्षित नहीं हैं तो कहां सुरक्षित रहेंगे? हम अपनी सुरक्षा की मांग करते हैं और कुछ नहीं. हम मरीजों की सेवा तो कर रहे हैं लेकिन हमारी सुरक्षा भी जरूरी है. अगर हम सुरक्षित नहीं रहेंगे तो अपना काम कैसे करेंगे? हमें न्याय चाहिए. न्याय मिलते ही हम अपनी हड़ताल वापस ले लेंगे."
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले में पुलिस सूत्रों ने बड़ी जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक, ट्रेनी डॉक्टर की हत्या से पहले उसके साथ डिनर करने वाले चार जूनियर डॉक्टर्स को एक बार फिर से पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. कोलकाता पुलिस ने आज कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में एचओडी, असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट, पुरुष-महिला नर्सों, ग्रुप-डी स्टाफ और सुरक्षा सदस्यों को भी बुलाया है.
आरजी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आए शेख शहजाद ने कहा, "अभी तक हमें कुछ भी नहीं बताया गया है. मैंने यहां सिक्योरिटी गार्ड से पूछा, लेकिन उसने कहा कि वह हमें कुछ भी बताने में असमर्थ है. हम यहां 2 घंटे से खड़े हैं. हमें कोई जानकारी नहीं है. प्रशासन हमें कुछ नहीं बता रहा है."
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आज भी सेवाएं प्रभावित हुई हैं. ओपीडी सर्विस डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से बंद है. फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 13 अगस्त यानी आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल बुलाई है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार से तीन मांगें की हैं. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखा गई है.
- मामले की निष्पक्ष गहन जांच कर दोषियों को सजा दिलायी जाये.
- किन वजहों से अपराध को अंजाम दिया गया, उसकी विस्तृत जांच हो.
- अस्पतालों में डॉक्टरों खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं.
फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने घोषणा की कि कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में उसकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में कोई समाधान नहीं निकल पाया. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई इस वीभत्स घटना के विरोध में देश भर के सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिससे ओपीडी और गैर-आपातकालीन सर्जरी सहित वैकल्पिक सेवाएं प्रभावित हुईं. यह हड़ताल फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) के आह्वान पर की गई.
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद पीजीआईएमईआर अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने उपलब्ध संसाधनों के साथ रोगी देखभाल सेवाएं चलाने के लिए एक मजबूत आकस्मिक योजना तैयार की है. उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवाएं जारी हैं, लेकिन बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाएं कम कर दी जाएंगी तथा संबंधित विभागों में केवल पुराने रोगियों का ही पंजीकरण किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुकांता मजूमदार ने कहा है, ''सीएम ममता बनर्जी इसमें देरी कर रही हैं. अगर वह इस मामले में सीबीआई जांच कराना चाहती हैं तो उन्हें इसे जल्द सौंपना चाहिए क्योंकि ऐसे मामलों में सबूत ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते हैं.''
बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा की कोलकाता में डॉक्टर के रेप और हत्या मामले में TMC सांसद का भतीजा शामिल है, इसलिए हम मामले की जांच सीबीआई से कराना चाहते हैं.
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, ''सीएम ममता बनर्जी 'राज धर्म' का पालन कर रही हैं. दीदी बंगाल की मां की तरह काम कर रही हैं. वह भी इस घटना से बेहद दुखी हैं. ऐसी घटनाएं सीपीआई (एम) के तहत होती रहती थीं. बीजेपी शासन में उन्नाव, हाथरस, प्रयागराज, गुजरात, बिलकिस, मणिपुर जैसी घटनाएं हुईं. यह सब बंगाल में नहीं होना चाहिए था लेकिन हुआ. यह एक सामाजिक अपराध है. सीएम ने पहले ही दिन कहा था कि जरूरत पड़ने पर केस को सीबीआई को सौंप दिया जाएगा. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने यह भी कहा कि केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलेगा और वे आरोपी को फांसी दिलाने के लिए कोशिश करेंगी. ममता बनर्जी ने पुलिस को रविवार तक का समय दिया है. अगर कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो मामला सीबीआई को सौंप दिया जाएगा.''
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा देश में बहुत बड़ा मुद्दा है और इसके लिए ठोस प्रयास की जरूरत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राज्य सरकार से अपील है कि इस मामले में त्वरित और सख्त से सख्त कार्रवाई हो और पीड़िता के परिवार और साथी डॉक्टरों को न्याय मिले.’’
बीएमसी एमएआरडी के महासचिव डॉ. अक्षय डोंगरदिवे ने कहा, "घटना के दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, इसके लिए हमारा राष्ट्रीय अभियान शुरू हो गया है. यह अभियान सभी राज्यों में चल रहा है. महाराष्ट्र में सुबह 9 बजे से बंद का आह्वान किया गया है. महाराष्ट्र के सभी डॉक्टर सुबह 9 बजे से हड़ताल पर जा रहे हैं और बीएमसी के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं. पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए, मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए और परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए. हमने महाराष्ट्र के सभी अस्पतालों में गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी हैं, आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी. हम केवल न्याय चाहते हैं."
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्हें बताया गया है कि पश्चिम बंगाल सरकार से उनकी तीन मांगे हैं. पहला, मामले की निष्पक्ष गहन जांच कर दोषियों को सजा दिलायी जाये. दूसरा, किन वजहों से अपराध को अंजाम दिया गया, उसकी विस्तृत जांच की जाए. तीसरा, कार्यस्थल पर डॉक्टरों विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं.
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 13 अगस्त को देशभर में ओपीडी सर्विस बंद करने का ऐलान किया है. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के बाद आरोपी पर एक्शन की मांग करते हुए राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया गया है.
कोलकाता में डॉक्टरों, शिक्षकों और छात्रों ने 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घटना पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, "क्या कोलकाता में कोई कानून व्यवस्था है? वहां महिलाओं को परेशान किया जाता है. पश्चिम बंगाल सरकार बिल्कुल भी लोकतांत्रिक सरकार नहीं है. महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, जिस तरह से वहां महिलाओं को परेशान किया जा रहा है, वह अपने आप में एक उदाहरण है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उस राज्य की मुख्यमंत्री एक महिला हैं."
प्रियंका गांधी ने कहा, "कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है. कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा देश में बहुत बड़ा मुद्दा है और इसके लिए ठोस प्रयास की जरूरत है. मेरी राज्य सरकार से अपील है कि इस मामले में त्वरित और सख्त से सख्त कार्रवाई हो और पीड़िता के परिवार और साथी डॉक्टरों को न्याय मिले."
सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डॉ. नितिन पंवार कहते हैं, "आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की हालिया घटना इस विरोध का कारण है. हमें मामले में जांच का कोई पारदर्शी सबूत नहीं मिला है. इसके अलावा, सरकार और प्रशासन कहानी के अलग-अलग संस्करण दे रहे हैं. उन्होंने इसे आत्महत्या के मामले की ओर धकेलने की भी कोशिश की. अब वे कुछ और कहानी बना रहे हैं. आज, हमने स्वास्थ्य सचिव के साथ एक बैठक की है. हमने अपनी मांगें रखी हैं. हम पहले सभी आरडीए के साथ चर्चा करेंगे और फिर अपना निर्णय लेंगे."
FORDA (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ एकजुटता दिखाते हुए देशभर में अस्पतालों में आज यानी 12 अगस्त से वैकल्पिक सेवाओं को रोकने के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है.
अपनी चिट्ठी में FORDA ने पांच मांगों का जिक्र किया है. इसमें कहा गया है कि रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांगों को तुरंत स्वीकार किया जाए. सभी जिम्मेदार अधिकारियों का इस्तीफा लिया जाए, जिसमें प्रिंसिपल, एमएसवीपी, डीन, पल्मोनरी मेडिसिन के एचओडी, अस्पताल पुलिस चौकी के एसीपी शामिल हैं. चिट्ठी में कहा गया कि कोई पुलिस क्रूरता नहीं की जाए, पीड़िता के लिए तुरंत न्याय और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल और विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाए.
कोलकाता के अस्पताल में डॉक्टर संग रेप-मर्डर की घटना पर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''ममता (ममता बनर्जी) जी, आपके राज में बंगाल में क्या हो रहा है? एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ, क्रूरता की हद पार कर दी गई और क्या वहां निष्पक्ष जांच होगी? आज पूरे देश से डॉक्टर देश हड़ताल पर हैं. आपकी सरकार में तो हम जानते ही हैं कि चुनाव के दौरान विपक्ष के साथ क्या होता है. क्या आप वहां डॉक्टर बेटियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के बारे में भी यही कहेंगी? यह सरकारी आतंक का भयावह सच है. हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं. ममता जी, आप बार-बार सीबीआई से भागती हैं, कम से कम एक मृत डॉक्टर की निर्मम हत्या को तो न्याय दीजिए.''
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, जिस दिन मुझे कोलकाता पुलिस कमिश्नर से घटना के बारे में पता चला, मैंने उनसे कहा कि यह एक दुखद घटना है और तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और एक फास्ट-ट्रैक कोर्ट भी तुरंत स्थापित किया जाना चाहिए. वहां नर्सें और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. मैं अभी भी यह नहीं समझ पा रही हूं कि यह घटना कैसे घटी. पुलिस ने मुझे बताया है कि (अस्पताल) अंदर कोई था. आरजी कर अस्पताल के प्रिंसिपल ने आज इस्तीफा दे दिया है. पुलिस, डॉग स्क्वाड, फॉरेंसिक विभाग और अन्य टीमें काम पर हैं.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "अगर पुलिस रविवार तक इस मामले को सुलझाने में असमर्थ रही, तो हम इस मामले को अपने हाथ में नहीं रखेंगे, हम इसे सीबीआई को सौंप देंगे."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की घटना पर डीसीपी नॉर्थ अभिषेक गुप्ता का कहना है, "अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों के नाम अब एक रजिस्टर में दर्ज किए जाएंगे. कोई भी बिना जान-पहचान वाले व्यक्ति को प्रवेश नहीं मिलेगा, ताकि कोई समस्या पैदा नहीं हो. डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. अस्पताल के चारों ओर गार्डों को पहचान पत्र दिए गए हैं, जिन्हें वे हमेशा ड्यूटी पर पहनेंगे."
एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने कहा, "हमें FORDA और LNJP रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की ओर से नोटिस दिया गया है कि आज सभी रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वे ओपीडी सेवाओं में हिस्सा नहीं लेंगे. ऐसे में मरीजों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए हमने विशेष इंतजाम किए हैं. बंगाल में हुई इस घटना के बाद हम एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टरों और सभी स्टाफ की सुरक्षा को लेकर अलर्ट पर हैं. कल रात 11 से 12 बजे के बीच मैंने सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. दिल्ली पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई है."
FORDA के अध्यक्ष डॉ अविरल माथुर ने कहा, "एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुम्र ने सभी छात्रों से मुलाकात की और हमारे मुद्दे का समर्थन किया. उन्होंने हमसे अनुरोध किया कि हम गंभीर रोगियों के इलाज में बाधा न डालें. हम यहां गंभीर मरीजों के लिए हैं. हमने आपातकालीन सेवाओं में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई है. उन्होंने हमें बताया कि दिल्ली सचिवालय में दिल्ली के सभी अस्पतालों की बैठक होने वाली है. वह वहां हमारी मांगें रखेंगे. अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों को छोड़कर सभी डॉक्टर काम कर रहे हैं."
FORDA के अध्यक्ष डॉ अविरल माथुर ने कहा, "इस घटना की सभी को निंदा करनी चाहिए. कल, हमने FORDA के तहत देशव्यापी हड़ताल के लिए एक नोटिस जारी किया था, जिसमें हमने कुछ चीजों की मांग की थी. जब हमारी मांगों पर गौर किया जाएगा, तब हम हड़ताल खत्म कर देंगे क्योंकि हम नहीं चाहते कि मरीजों को परेशानी हो. मरीजों की सुविधा के लिए आपातकालीन सेवाएं जारी हैं. हमारा संगठन लगातार मंत्रालय के संपर्क में है. हमें पूरा विश्वास है कि हमारी मांगें पूरी होंगी." FORDA ने बताया है कि तीन लाख रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं.
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) एम्स ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया है. रविवार को जेएलएन स्टेडियम से लेकर एम्स तक कैंडल मार्च भी निकाला गया था.
आरडीए द्वारा प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल के मद्देनजर, एम्स अस्पताल में मरीजों की देखभाल सेवाओं के लिए निम्नलिखित योजना लागू की जाएगी:
- आपातकालीन सेवाएं: आपातकालीन सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी, और रेजिडेंट डॉक्टर्स अपने निर्धारित कार्यों में जुटे रहेंगे. आपातकालीन मरीजों को संबंधित विभागों के फैकल्टी द्वारा देखभाल प्रदान की जाएगी.
- ओपीडी सेवाएं: ओपीडी सेवाएं 12.08.2024 से सीमित रूप से कार्य करेंगी. केवल उन मरीजों को पंजीकृत किया जाएगा जिनके पास पहले से अपॉइंटमेंट है. नए मरीजों के लिए पंजीकरण सीमित होगा और संबंधित विभाग के फैकल्टी की उपलब्धता के आधार पर किया जाएगा.
- वार्ड सेवाएं: वार्ड सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी. संबंधित विभागों के हेड अपने विभागों में 24 घंटे डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे. किसी भी परिस्थिति में कोई वार्ड डॉक्टरों की अनुपस्थिति में कार्य नहीं करेगा.
इन व्यवस्थाओं का पालन किया जाएगा जब तक हड़ताल वापस नहीं ले ली जाती.
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी डॉक्टर्स का प्रदर्शन जारी है. एक डॉक्टर ने कहा, "हमारी तीन प्रमुख मांगें हैं. पहला, सीबीआई फास्ट-ट्रैक जांच करे, क्योंकि राज्य सरकार की जांच बहुत पक्षपातपूर्ण है. वे किसी भी निर्दोष को पकड़कर हमें चुप कराना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. यह एक सामूहिक बलात्कार और हत्या है, जिसे 2-3 लोगों ने अंजाम दिया है. यह निर्भया पार्ट 2 है. दूसरा, आरजी कर के असंवेदनशील अधिकारी जो डॉक्टरों के ड्यूटी रूम में ऐसा होने पर 'रात में अकेली लड़की क्या कर रही थी' जैसे बयान जारी कर रही है, उन्हें स्थायी रूप से हटा दिया जाए. तीसरा, भारत भर के सभी अस्पतालों में सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए."
जीटीबी अस्पताल के आरडीए अध्यक्ष डॉ रजत शर्मा ने कहा, "डॉक्टरों के रूप में, हम भी मरीजों की देखभाल के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं. एक डॉक्टर बिरादरी के प्रतिनिधियों के रूप में, यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने साथी डॉक्टरों की न्यूनतम जरूरतों को पूरा करें और उनकी मांगों को आगे रखें. इस तरह की क्रूरता शर्मनाक है. रेजिडेंट डॉक्टरों की समिति डरी हुई है और जब तक हमें लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता, हम अपनी मांगों पर अड़े रहेंगे."
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के मामले में पुलिस एक्शन में नजर आ रही है. कोलकाता पुलिस मुख्यालय, लालबाजार ने तीन जूनियर डॉक्टरों और एक हाउस स्टाफ को तलब किया. घटना की रात वे ड्यूटी पर थे. कोलकाता पुलिस सूत्र ने इसकी जानकारी दी है.
FORDA (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने देशव्यापी हड़ताल की मांग की है. इसका असर उत्तर प्रदेश में भी दिख रहा है. राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी एंड हॉस्पिटल में डॉक्टर्स का प्रदर्शन जारी है.
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए), लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष डॉक्टर शारदा प्रसाद साहू ने कहा, "हम स्वास्थ्य सचिव से मिले जहां हमें आश्वासन दिया गया. अगर हमें लिखित में मिल जाएगा कि हमारी मांगें पूरी हो गई हैं तो हम हितधारकों के साथ बैठक करेंगे और आगे की कार्रवाई पर फैसला लेंगे. अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम प्रक्रिया तेज करेंगे. हम पीड़िता के लिए न्याय चाहते हैं. अस्पतालों में केवल वैकल्पिक ओटी, ओपीडी और गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी गई हैं. सभी आपातकालीन सेवाएं चालू हैं."
कोलकाता में महिला डॉक्टर्स के साथ रेप-मर्डर के बाद दिल्ली के अस्पतालों में भी हड़ताल जारी है. FORDA ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल बुलाई है. लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भी डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं. सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी हैं.
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्वा चंद्रा से मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद FORDA के महासचिव डॉ सर्वेश पांड ने कहा, "हमने स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात की. हमने कल एक प्रेस रिलीज जारी की, जिसमें हमारी मांगों का उल्लेख किया गया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को तुरंत हटाया जाए, सीबीआई जांच हो, फास्ट ट्रैक कोर्ट और सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की एक कमेटी बनाई जाए. हम तब तक अपनी हड़ताल जारी रखेंगे जब तक हमें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता कि हमारी मांगें पूरी कर दी जाएंगी. हड़ताल के दौरान, वैकल्पिक सर्जरी में बाधा आएगी और केवल आपातकालीन सेवाएं ही जारी रहेंगी. देशभर के करीब 3 लाख डॉक्टर इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने इस्तीफे के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, "मेरी सोशल मीडिया पर बदनामी की जा रही है. पीड़िता मेरी बेटी की तरह थी. एक अभिभावक के तौर पर मैंने इस्तीफा दे दिया. मैं चाहता हूं कि ऐसा कभी भी भविष्य में दोबारा नहीं हो."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के बाद से ही प्रिंसिपल के ऊपर इस्तीफे का दबाव था.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. महिला डॉक्टर का शव शुक्रवार सुबह सेमिनार रूम में मिला था. शनिवार यानी 10 अगस्त को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो अस्पताल परिसर में अकसर आने वाला एक बाहरी व्यक्ति था. ये व्यक्ति यहां वॉलंटियर के तौर पर काम करता था.
आरजी कर अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के काम बंद कर देने की वजह से बारासात से एम्बुलेंस में आए एक मरीज को भर्ती नहीं किया जा सका. आरजी कर अस्पताल की आउटडोर यूनिट बंद होने से झारखंड के एक मरीज को काफी ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी है. ऐसा ही हाल बाकी के मरीजों का भी है.
बीएमसी MARD (महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स) ने 13 अगस्त को सुबह 8 बजे से रेजिडेंट डॉक्टरों के जरिए इलेक्टिव/नॉन-इमरजेंसी मेडिकल सर्विस को निलंबित करने का ऐलान किया है. इसका कहना है कि जब तक कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों की मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता है, तब तक ये निलंबन जारी रहेगा. इस तरह दिल्ली एम्स के डॉक्टरों के साथ महाराष्ट्र के डॉक्टरों ने भी हड़ताल और बंद का ऐलान कर दिया है.
कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए अत्याचार के विरोध में AIIMS दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी हड़ताल की घोषणा की है. आज से दिल्ली के कई बड़े अस्पतालो में ओपीडी, ओटी, वार्ड में रेसिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल रहेगी. सिर्फ इमरजेंसी सर्विसेज में रेजिडेंट डॉक्टर्स रहेंगे.
बैकग्राउंड
Kolkata Doctor Rape-Murder Case Live: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शुक्रवार (9 अगस्त) को सरकारी अस्पताल से महिला ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिलने के बाद से ही रेजिडेंट डॉक्टर्स का प्रदर्शन लगातार पांचवें दिन जारी है. ट्रेनी डॉक्टर से राजधानी के श्यामाबाजार इलाके में स्थित सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. उसका शव शुक्रवार को बरामद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (12 अगस्त) को पीड़िता के घर जाकर उसके परिजनों से मुलाकात की है. सीएम ममता ने कहा है कि अगर रविवार तक पुलिस इस पूरे मामले को नहीं सुलझा पाती है तो फिर केस को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाएगा. प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टर्स भी लगातार मांग कर रहे हैं कि मामले को सीबीआई को सौंपा जाए. उधर बीजेपी ने इस मुद्दे पर ममता सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी ने कहा है कि ममता सरकार में कानून-व्यवस्था बिल्कुल खराब हो चुकी है.
पश्चिम बंगाल में हुई इस निर्मम हत्या को लेकर विपक्षी पार्टियों ने भी ममता सरकार से एक्शन लेने को कहा है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल सरकार को त्वरित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा देश में बहुत बड़ा मुद्दा है और इसके लिए ठोस प्रयास की जरूरत है.
वहीं, आरोपी की पहचान अस्पताल में काम करने वाले वॉलंटियर के तौर पर हुई है, जिसने शराब पीने के बाद सेमिनार हॉल में आराम कर रही पीड़िता को अकेला पाकर उसका मर्डर-रेप कर दिया. हालांकि, आरोपी ने इस दौरान घटनास्थल पर अपना ब्लूटूथ हेडसेट छोड़ दिया था, जिसके आधार पर आरोपी की पहचान की गई और उसे गिरफ्तार किया गया. फिलहाल सियालदाह की एक निचली अदालत ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, जहां पुलिस उससे पूछताछ करने वाली है.
वहीं, कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर्स के साथ हुई इस घटना पर देशभर के डॉक्टर्स का गुस्सा फूट पड़ा है. कोलकाता समेत देशभर के डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टर्स के विरोध-प्रदर्शन से जुड़े अपडेट्स आप नीचे दिए गए कार्ड्स में पढ़ सकते हैं.
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