Kolkata Doctor Rape Murder Case: पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने गुरुवार (15 अगस्त 2024) को गृह मंत्रालय को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई हिंसा को लेकर पत्र लिखा. उन्होंने केंद्र सरकार से अस्पताल में सबूतों को नष्ट होने से रोकने के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का आग्रह किया. गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि कोलकाता के अस्पताल में हुई घटना की बर्बरता ने देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है.
बीजेपी नेता ने राज्य की पुलिस पर उठाए सवाल
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी आरोप लगाया, "पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस ने अपराधियों और टीएमसी के गुंडों को सबूत नष्ट करने के लिए अस्पताल परिसर में घुसने की इजाजत दी."
गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में शुभेंदु अधिकारी ने कहा, नियंत्रित गुंडों की भीड़ ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए और अस्पताल परिसर में घुस गए और वहां मौजूद पुलिसकर्मी हिंसा को देखकर मूकदर्शक बने रहे. पुलिस ने दंगाइयों को परिसर में घुसने से रोकने की कोई कोशिश नहीं की."
पहले से तय था हमला- शुभेंदु अधिकारी
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि जिस तरह से दंगा और तोड़फोड़ हुई, उससे पता चलता है कि यह पहले से तय था. उन्होंने कहा कि उपद्रवी हावड़ा और कमरहाटी से आई दंगाई भीड़ का हिस्सा थे. उन्होंने कोलकाता पुलिस और कमिश्नर की भूमिका पर भी सवाल उठाए.
बीजेपी नेता शुवेंदू अधिकारी ने कहा, "पुलिस का यह कर्तव्य था कि वे क्राइस सीन की सुरक्षा करें और मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले लोगों और वहां इलाज करा रहे मरीजों को सुरक्षा दें, लेकिन पुलिस अधिकारी ऐसा करने में विफल रहे. हिंसा के समय नागरीकों की सुरक्षा करने के बजाय पुलिसकर्मी ने खुद को वॉशरूम में बंद कर लिया."
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