Kolkata Doctor Rape Case: कोलकाता में फिर सड़कों पर जूनियर डॉक्टर, आज फिर कर सकते हैं हड़ताल! सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप
Kolkata Doctor Rape Murder Case: डॉक्टरों के जुसूस के दौरान आरजी कर कॉलेज और अस्पताल कुछ डॉक्टरों का कहना था कि उनकी मांगें शुरू से ही एक जैसी रही हैं. उनकी 5 मांगें हैं जो अब तक पूरी नहीं हुई हैं.
RG Kar Doctor Rape Murder Case Latest News: आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले में डॉक्टरों की हड़ताल फिर शुरू हो सकती है. हड़ताल खत्म करने के करीब 10 दिन बाद वेस्ट बंगाल जूनियर डाक्टर्स फ्रंट के आह्वान पर रविवार रात (29 सितंबर 2024) राज्यभर में डॉक्टरों ने मशाल जुलूस निकाला.
इस जुलूस में राज्य के लगभग सभी मेडिकल कालेजों के जूनियर डॉक्टर शामिल हुए. जूनियर डाक्टरों ने सोमवार को आरजी कर कांड पर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के बाद फिर से हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी है. बता दें कि काफी जद्दोजहद के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म की थी.
'हमारी पांच मांगें हैं, जो अब तक पूरी नहीं हुई'
डॉक्टरों के जुसूस के दौरान आरजी कर कॉलेज और अस्पताल की डॉक्टर श्रेया शॉ ने बताया कि हमारी मांगें शुरू से ही एक जैसी रही हैं. हमारी पांच मांगें हैं जो अब तक पूरी नहीं हुई हैं. हमने यह सोचकर अपनी ड्यूटी शुरू की कि हमारे मरीजों को हमारी जरूरत है, लेकिन इस दौरान सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भी ऐसी ही घटना घटी... सीएम और सरकार के साथ हमारी सारी बैठकें बेकार गईं.
'सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं'
डॉ. शॉ ने आगे कहा कि हम बस इतना कहना चाहते हैं कि सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं. सुप्रीम कोर्ट की हर सुनवाई पर हमारी नजर है और हमें दबाव बनाए रखना है. हमें भरोसा है कि सीजेआई ऐसा फैसला सुनाएंगे जिससे हमें न्याय मिलेगा... हमें जल्द से जल्द न्याय चाहिए क्योंकि न्याय में देरी न्याय न मिलने के बराबर है.
'मुख्य सचिव के निर्देशों पर भी कार्रवाई नहीं'
आर.जी. कर कॉलेज एवं अस्पताल के एक और जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो कहते हैं, "हमारा आंदोलन अब तक केवल एक ही एजेंडे पर केंद्रित रहा है, और वह है अभया के लिए न्याय. अस्पतालों में हमारी सुरक्षा को लेकर हम लोग 10 दिन पहले मुख्य सचिव से मिले थे, लेकिन हमारी मांगों के अनुसार मुख्य सचिव की ओर से दिए गए निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हमें सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भी ऐसी ही एक और घटना देखने को मिली. अगर कल सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में हमें कुछ सकारात्मक मिलता है, तो हम इस पर पुनर्विचार करेंगे, वरना हम पूर्ण बंद का रास्ता अपनाएंगे. हम 2 अक्टूबर को एक विशाल रैली करेंगे.
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