पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से जुड़े 15 ठिकानों पर CBI के छापे, जानें क्यों करीबी संजय वशिष्ठ भी आया रडार पर?
Kolkata Doctor Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. जहां सीबीआई ने रविवार (25 अगस्त) को उनके घर में रेड की.
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले के बाद घिरे आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार (25 अगस्त) को पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और पूर्व चिकित्सा अधीक्षक और उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ से जुड़े परिसरों सहित 15 परिसरों पर रेड मारी.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई ने सरकारी अस्पताल में भष्टाचार के सिलसिले में इन जगहों पर छापे मारे. इस दौरान सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक यूनिट ने मरीजों के प्रबंधन और देखभाल के लिए सामग्री की आपूर्ति में लगे लोगों के घरों और ऑफिसों की भी तलाशी ली.
भ्रष्टाचार के मामले की भी जांच कर रही CBI
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की 7 सदस्यीय की टीम ने रविवार (25 अगस्त) को सुबह 6 बजे पूछताछ के लिए संदीप घोष के घर पहुंची. हालांकि, वे करीब 90 मिनट बाद घर में दाखिल हो पाए क्योंकि दरवाजे नहीं खुले थे. इसके अलावा सीबीआई के अधिकारी सुबह 8 बजे से ही संदीप घोष से उनके बेलियाघाटा स्थित आवास पर पूछताछ कर रहे हैं, जबकि अन्य अधिकारी उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ से पूछताछ कर रहे हैं. इसके अलावा मेडिकल प्रतिष्ठान के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के एक अन्य प्रोफेसर से भी पूछताछ की जा रही है.
CBI टीम ने संजय वशिष्ठ से क्यों की पूछताछ?
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अन्य अधिकारी हावड़ा में एक आपूर्तिकर्ता के घर पर भी गए. अधिकारियों का कहना है कि उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ से पूछताछ की जा रही है कि अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के बारे में उन्हें क्या पता था. सीबीआई के अधिकारियों ने बताया, "वशिष्ठ से पूछा जा रहा है कि जब वह एमएसवीपी थे, तब अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं के बारे में उन्हें कितनी जानकारी थी?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में CBI ने की छापेमारी
सीबीआई अधिकारियों की एक अन्य टीम ने अस्पताल में पूर्व प्राचार्य के कार्यालय में भी तलाशी ली और मेडिकल कॉलेज में बनी कैंटीन में भी गई. इसके साथ ही सीबीआई ने प्रिंसिपल मानस कुमार बंद्योपाध्याय को भी सुबह अस्पताल पहुंचने को कहा. साथ ही कहा कि वह जांच के दौरान टीम के साथ ही रहे.
CBI की रडार में आए संदीप घोष?
दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के एक पूर्व सहकर्मी ने दावा किया है कि वह शवों के कारोबार में शामिल थे. जिसके बाद ही कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई को वित्तीय अनियमितताओं के मामले की जांच करने का आदेश दिया.
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