Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सीबीआई ने अस्पताल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामले में अपनी जांच तेज कर दी है. इस बीच सीबीआई अधिकारी ने बताया कि दो वेंडर बिप्लब सिंघा और सुमन हाजरा जिन्होंने संदीप घोष के लिए मनी लांड्रिंग की. जिसमें, संदीप घोष ने हर टेंडर पर 20% कमीशन लिया था.


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वेंडर बिप्लब सिंघा और सुमन हाजरा को संदीप घोष के साथ सोमवार (2 अगस्त) को गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई की टीम को पता चला कि संदीप घोष ने सिंघा की मां तारा ट्रेडर्स को आरजी कर के लिए कॉन्टैक्ट दिलाने में मदद करने के लिए टेंडर के नियमों का उल्लंघन किया.


पूर्व प्रिंसिपल संदीष घोष का वेंडर बिप्लब सिंघा से था पुराना संबंध


आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का वेंडर बिप्लब सिंघा से संबंध बहुत पुराना है. सीबीआई के अधिकारी ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि लैबोरेटरी इक्विपमेंट सप्लायर होने का दावा करने वाली मां तारा ट्रेडर्स ने अस्पताल को खाद्य पैकेट, वाटर कूलर और प्यूरीफायर, साउंड सिस्टम और माइक्रोफोन की आपूर्ति जैसे सौदों के लिए कॉन्टैक्ट कैसे लिए हैं.


जानिए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने टेंडर प्रक्रिया में क्या किए बदलाव?


टेंडर प्रक्रिया के मानदंडों के अनुसार, "तकनीकी बोलियां" - जिसमें कंपनी और उसके अनुभव का ब्योरा शामिल होता है और पहले टेंडर खोला जाता है. इसके बाद क्वालिटी आश्वासन और कार्यप्रणाली जैसे कारकों का आकलन किया जाता है. घोष के नेतृत्व वाले आरजी कर अस्पताल के तहत, प्रक्रिया को कथित तौर पर उलट दिया गया और "वित्तीय बोलियां" - जिसमें कीमतें और परियोजना लागत शामिल हैं वो पहले खोली गईं.


क्या अस्पताल के मरीजों के लिए तय दवाओं की आपूर्ति कम दिखाई गई?


भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई को यह भी पता चला कि मां तारा को अन्य अस्पतालों में "यूजी स्किल लैब" - एक प्रकार का उपकरण - स्थापित करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिए गए थे, जबकि उन्होंने बहुत ज्यादा कीमतें बताई थीं. हावड़ा के मौरीग्राम में दवा की दुकान चलाने वाले हाजरा से यह पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है कि क्या अस्पताल के मरीजों के लिए तय दवाओं की आपूर्ति कम दिखाई गई थी. जिसे बाद में उन्हें उसके आउटलेट को बेच दिया गया था.


CBI अख़्तर अली से भी कर चुकी है पूछताछ


सीबीआई सूत्रों ने कहा कि हाजरा ने अस्पताल को मेडिकल इक्विपमेंट भी सप्लाई किए थे. संदीप घोष के खिलाफ शिकायत की शुरुआत आर जी कार के पूर्व डिप्टी सुपरिंटेंडेंट अख्तर अली ने की थी. मंगलवार (3 सितंबर) को ईडी ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद लॉन्ड्रिंग के आरोपों की भी जांच की. इसके अलावा और अख्तर अली से दो घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की.


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