सौरव गांगुली से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी बोलीं- वे ठीक हैं, मैं डॉक्टरों की आभारी हूं
कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल जाकर ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने कहा कि सौरव गांगुली ने उनसे भी उनकी सेहत के बारे में पूछा. ममता बनर्जी से पहले राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी 'दादा' का हाल जानने अस्पताल पहुंचे थे.
कोलकाता: बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली का हालचाल जानने के लिए शनिवार को कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान एंजियोप्लास्टी के बाद ठीक हैं. गांगुली को वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अस्पताल के बाहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह अब अच्छे हैं. उन्होंने मेरी सेहत के बारे में भी पूछा. मैं अस्पताल के अधिकारियों और डॉक्टरों की शुक्रगुजार हूं.’’
राज्यपाल जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी ने भी आज दिन में अस्पताल जाकर 48 वर्षीय गांगुली का हालचाल जाना. धनखड़ ने कहा, ‘‘मैं दादा (गांगुली) को हमेशा की तरह खुशमिजाज देखकर राहत महसूस कर रहा हूं. मैं उनके जल्द पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’
राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम और खेल राज्य मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला समेत दूसरे लोगों ने भी अस्पताल जाकर गांगुली का हालचाल जाना. सौरव गांगुली को आज सुबह मामूली दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी तीन कोरोनरी आर्टरी ब्लॉक होने का पता चला. डॉक्टरों ने ब्लॉकेज हटाने के लिए उन्हें स्टेंट लगाया.
अगले कुछ दिनों तक उनकी हालत कड़ी नजर रखी जाएगी- डॉ सरोज मंडल, वुडलैंड्स अस्पताल
वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टर सरोज मंडल ने कहा ,‘‘ अगले कुछ दिन उनकी हालत पर कड़ी नजर रखी जायेगी. आगे क्या करना है, यह उनकी हालत देखकर ही तय होगा. उनके बाकी सभी अंग दुरूस्त हैं और उन्हें अगले तीन चार दिन अस्पताल में रहना होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें एक्यूट मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) है लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उनके दिल में तीन ब्लॉक पाये गए . उन्हें दोहरी एंटी प्लेटलेट्स और स्टेटिन दिया गया है.’’ मंडल ने कहा ,‘‘ उनकी प्रारंभिक एंजियेप्लास्टी हुई है और अब वह जाग चुके हैं. उनकी हालत स्थिर है. ’’
मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) को सामान्य भाषा में दिल का दौरा कहा जाता है जब दिल के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या रुक जाता है. इससे दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है. इससे पहले डाक्टर ने बताया था कि गांगुली ने अपने घर में बने जिम में ट्रेडमिल पर वर्कआउट करते हुए सीने में असहजता महसूस की थी.
अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि गांगुली के परिवार में ‘इसकैमिक हार्ट डिजीज’ को इतिहास रहा है. इस बीमारी में सीने में दर्द या असहजता पैदा होती है जो हृदय के किसी हिस्से में पर्याप्त रक्त नहीं मिलने के कारण होता है. ऐसा अधिकतर उत्साह या उत्तेजना के दौरान होता है जब हृदय के रक्त के अधिक प्रवाह की जरूरत होती है. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि उनके उपचार पर नजर रखने के लिए पांच डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है।. अस्पताल द्वारा जारी बयान में कहा गया ,‘‘ जब उन्हें दोपहर को अस्पताल लाया गया तो उनके क्लीनिकल पैरामीटर सामान्य सीमा के भीतर थे. ईसीजी और इको भी किया गया. वह उपचार पर अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.’’
बता दें कि यह घटना ऐसे समय में हुई जब अप्रैल मई में प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उनके राजनीति में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. प्रदेश के राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वह बीजेपी से जुड़ सकते हैं हालांकि गांगुली ने कभी राजनीतिक पारी शुरू करने का संकेत नहीं दिया.
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