Kolkata Municipality Election Results: कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) की सभी 144 सीटों पर सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती जारी है. पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस ने 89 सीटों पर जीत हासिल की और 44 सीटों पर आगे चल रही है. रुझानों में बीजेपी ने 1 सीट जीती और 3 सीटों पर आगे चल रही है. CPI ने 1, CPI(M) ने 1, कांग्रेस ने 2 और निर्दलीय ने 3 सीट जीती है.


कुल 11 काउंटिंग सेंटर हैं. हर मतगणना केंद्र में 7 से 10 टेबल पर गिनती हो रही है. मतगणना केंद्र में 3 लेयर सेक्योरिटी है, 200 मीटर में धारा-144 लागू है और कुल 3 हजार पुलिस तैनात हैं. हर मतगणना केंद्र में कई सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. काउंटिंग की वीडियोग्राफी की जा रही है. कुल 950 उम्मीदवारों की भाग्य का फैसला होगा.


चुनाव में हिंसा


छिटपुट हिंसा के बीच रविवार को कोलकाता नगर निगम का चुनाव संपन्न हुआ था. बमबारी में एक व्यक्ति के घायल होने समेत हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच शाम पांच बजे तक करीब 63.37 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. मतदान के दौरान कुल 453 शिकायतें मिली थी, जबकि कुल गिरफ्तारी 195 लोगों को गिरफ्तार किया गया गया था. हिंसा में तीन लोग घायल हुए थे. कोलकाता नगर निकाय चुनाव के रुझानों पर बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि यह जोर जबरदस्ती और बंदूक के दम पर चुनाव लड़ा गया था और लोकतंत्र की हत्या करके वोट डलवाए गए थे.


बीजेपी सहित विरोधी दलों ने चुनाव में हिंसा का आरोप लगाते हुए फिर से चुनाव कराने की मांग की है. चुनाव के दौरान हिंसा और गलत वोटिंग हुई है ऐसा आरोप लगाते हुए बीजेपी ने सारे 144 वार्ड में री-पोलिंग की मांग की है. CPM ने भी 17 वार्ड में री-पोलिंग की मांग की है. जबकि TMC ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था. आज मतगणना से यह तय होगा कि फिर से कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) पर TMC का राज होगा या BJP का जनाधार बढ़ेगा.


KMC चुनाव में एक कांग्रेसी उम्मीदवार को निर्वस्त्र कर पीटने का आरोप
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि कोलकाता नगर निगम चुनाव में पार्टी के एक उम्मीदवार को शहर के उत्तरी हिस्से में तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने पीटा और उनके कपड़े फाड़ डाले. रविवार रात हुई इस कथित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हो रहा है जोकि मतदान खत्म होने के कुछ घंटे बाद का बताया जा रहा है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने आरोप को खारिज किया और दावा किया उनके दल के समर्थक इस कथित घटना में शामिल नहीं थे.