शारदा चिटफंड मामलाः कोलकाता पुलिस आयुक्त से आज भी पूछताछ करेगी सीबीआई
अधिकारी ने बताया कि घोष यहां सुबह दस बजे के बाद सीबीआई दफ्तर पहुंचे जबकि कुमार उसके एक घंटे बाद आए. शाम करीब सात बजे के बाद कुमार सीबीआई के परिसर से रवाना हुए.
शिलांग: करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड मामले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त से लगातार तीन दिन पूछताछ करने के बाद सीबीआई ने मंगलवार को उन्हें फिर बुलाया है. जांच एजेंसी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष से पूछताछ फिलहाल के लिये पूरी हो गई है. दो हजार करोड़ रुपये के पोंजी घोटाले के मामले में कुमार से सोमवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ हुई.
नाम ना जाहिर करने की इच्छा व्यक्त करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि कुमार को पूछताछ के लिए कल फिर से आने को कहा गया है. एक अधिकारी ने बताया कि घोष यहां सुबह दस बजे के बाद सीबीआई दफ्तर पहुंचे जबकि कुमार उसके एक घंटे बाद आए. शाम करीब सात बजे के बाद कुमार सीबीआई के परिसर से रवाना हुए.
कुमार के जाने के करीब 30 मिनट बाद सीबीआई परिसर से निकले घोष ने मीडियाकर्मियों को बताया,''सीबीआई द्वारा मुझे मामले के संबंध में इस दफ्तर में आने के लिये कहा गया था. मैंने जांच में सहयोग दिया और अब मैं वापस कोलकाता जा रहा हूं.''
केंद्रीय जांच एजेंसी के एक सूत्र के मुताबिक, सोमवार को पूछताछ के दौरान कुमार 'संयत' रहे. कुमार ने दावा किया कि शारदा चिट फंड घोटाले की जांच के लिये गठित विशेष जांच दल में उन्होंने कोई सक्रिय भूमिका नहीं निभाई क्योंकि अधिकतर जांच 'पुलिस थाना स्तर पर हुई' थी.
उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान कुमार ने दावा किया कि जब एसआईटी ने घोटाले में जांच शुरू की तो अधिकतर जांच विधाननगर सिटी पुलिस के जासूसी विभाग (डीडी) के तत्कालीन पुलिस उपायुक्त अरनब घोष की देखरेख में हुई थी.
सुप्रीम कोर्ट की ओर से मामले को सीबीआई को सौंपे जाने से पहले कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शारदा घोटाले में जांच के लिये बनाई गई एसआईटी के प्रमुख थे. सीबीआई अधिकारी ने कहा, ''कल की तरह ही घोष और राजीव कुमार से एकसाथ पूछताछ हुई. आमने-सामने हुई पूछताछ के दौरान उनमें कुछ टकराव दिखा लेकिन दोनों संयत रहे.''
सीबीआई अधिकारी ने कहा कि एक बार कुमार ने संयुक्त बयान दर्ज करने से रोकने की मांग करते हुए कहा कि घोष का नार्को टेस्ट कराया जाए. अधिकारी ने कहा कि घोष जांच के लिये तैयार थे लेकिन मांग की कि कुमार का भी यह परीक्षण कराया जाए.
सूत्र ने दावा किया कि कुमार ने कहा कि अगर उन्हें थोड़ा समय और मिलता तो मामले की जांच पूरी हो सकती थी. जांच एजेंसी ने रविवार को कुमार और घोष से अलग-अलग पूछताछ की थी.
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