कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर केस को लेकर पूरे पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी हैं. बीजेपी ने बुधवार को शाम 6 बजे तक बंद बुलाया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी देखी गई. इन सबके बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी कोलकाता में डॉक्टर से रेप पर दुख जताया. उन्होंने कहा, बस...अब बहुत हो गया. उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर राज्य में हिंसा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अगर बंगाल जला तो नॉर्थ ईस्ट भी जलेगा. ममता के इस बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया. मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार करते हुए कहा कि दीदी आपकी इतनी हिम्मत कैसे हुई? कोलकाता रेप केस के 10 बड़े अपडेट्स...



1- बीजेपी ने कोलकाता रेप केस के विरोध में बुधवार को बंद बुलाया. इसका मिला जुला असर देखने को मिला. ममता सरकार ने विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया था. कई जगह बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प भी हुई.


2- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर आक्रोश जाहिर करने के साथ ही इस पर अंकुश लगाने की अपील करते हुए बुधवार को कहा कि बस! बहुत हो चुका. राष्ट्रपति ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत ऐसी विकृतियों के प्रति जागरूक हो और उस मानसिकता का मुकाबला करे जो महिलाओं को कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान के रूप में देखती है. राष्ट्रपति मुर्मू ने पीटीआई भाषा के लिए एक विशेष लेख में कहा, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए, कुछ लोगों द्वारा महिलाओं को वस्तु के रूप में देखने की यही मानसिकता जिम्मेदार है. अपनी बेटियों के प्रति यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके भय से मुक्ति पाने के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करें. 


3- राष्ट्रपति के इस लेख पर टीएमसी और कांग्रेस भड़क गई. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बयान पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, आदरणीय राष्ट्रपति महोदया,सिर्फ कोलकाता ही नहीं आपको महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, यूपी और एमपी समेत देश भर में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के लिए सरकारों को नसीहत देने की जरूरत है.आपको मणिपुर और महिला पहलवानों के यौन शोषण की घटनाओं और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए आगे आने की जरूरत है. आपको दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देखने की जरूरत है. विपक्ष की ही नहीं सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी डबल इंजन की सरकारों की भी जिम्मेदारी तय करने का साहस दिखाईए. 


4- कोलकाता रेप और मर्डर केस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है. राष्ट्रपति के इस बयान पर अब टीएमसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, सुना है राष्ट्रपति ने फिर से आर जी कर मामले का जिक्र किया है. हालांकि, मैं उनका सम्मान करता हूं. लेकिन उन्नाव, हाथरस, बिलकिस और मणिपुर केस में उनके दिल में दर्द नहीं उठा.  उन्होंने ओडिशा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में अपराध क्यों नहीं देखे? साक्षी मलिक जैसी लड़कियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान वह चुप क्यों रहीं? क्या बीजेपी के खिलाफ बोलना मुश्किल है?


5- सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि मैं प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर्स से गुजारिश करती हूं कि वे काम पर लौट आएं. हम लोग उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेंगे. बीजेपी एआई के जरिए बड़े पैमाने पर साइबर क्राइम में लिप्ट है, जिसकी वजह से सामाजिक अव्यवस्था फैल रही है. बीजेपी के बंद का उद्देश्य बंगाल को बदनाम करना है. वह आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले की जांच को पटरी से उतारने की साजिश रच रही है. हालांकि, ममता की अपील को डॉक्टरों ने ठुकरा दिया. 


6- ममता ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी आप अपने लोगों के जरिए बंगाल में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन याद रखिए, 'अगर बंगला जलता है, तो असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे. ममता बनर्जी के इस बयान पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस पर पलटवार किया है. 


7-  मणिपुर के मुख्‍यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा, ममता दीदी को पूर्वोत्तर और देश के बाकी हिस्सों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी को को तुरंत विभाजनकारी राजनीति के जरिए हिंसा और नफरत भड़काना बंद करना चाहिए. सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि किसी राजनीतिक नेता के लिए सार्वजनिक मंच पर हिंसा की धमकियां देना बहुत ही अनुचित है.


इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा. इस दौरान सरमा ने उन पर पूरे भारत में अशांति और विभाजनकारी राजनीति फैलाने का आरोप लगाया. सीएम सरमा ने एक्स पर लिखा, “दीदी, असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई?” उन्होंने कहा, "हमें लाल आंखें मत दिखाओ. अपनी विफलता की राजनीति से भारत में आग लगाने की कोशिश मत करो. विभाजनकारी भाषा बोलना तुम्हें शोभा नहीं देता.


8- बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, दीदी के पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों एवं अपराधियों की मदद करने को महत्व दिया जाता है. नड्डा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर यह कटाक्ष पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने, पानी की बौछारें छोड़ने और आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद किया. नड्डा ने ट्वीट कर कहा, कोलकाता से पुलिस की बर्बरता की तस्वीरें हर उस व्यक्ति को गुस्सा दिलाती हैं जो लोकतांत्रिक सिद्धांतों को महत्व देता है. दीदी के पश्चिम बंगाल में बलात्कारियों और अपराधियों की मदद करना सम्मान की बात है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए बोलना अपराध है.नड्डा ने कहा कि बनर्जी ने एक महिला के खिलाफ जघन्य अपराध और उसके माता-पिता को गुमराह करने के तरीके के सामने चुप्पी साधे रखने का विकल्प चुना है. 


9- केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ममता बनर्जी के खिलाफ एक्शन की मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा, मैं सीएम ममता बनर्जी के टीएमसी के छात्र विंग को संबोधित करने के दौरान दिए गए बयान की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. जहां उन्होंने बेशर्मी से सभा को उकसाते हुए कहा, 'मैंने कभी बदला नहीं लिया, लेकिन अब वो करो जो करने की जरूरत है'. यह राज्य के सर्वोच्च पद से बदले की राजनीति के खुले समर्थन से कम नहीं है. मैं पश्चिम बंगाल के नागरिकों के हितों की रक्षा और हमारे राष्ट्र के संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए आपकी त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की मांग करता हूं. 


10- कोलकाता रेप पर टीएमसी और बीजेपी दोनों ने आंदोलन करने का ऐलान किया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, अपराधियों के लिए मृत्युदंड की मांग करते हुए टीएमसी छात्र संघ 30 अगस्त को हर कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि 31 अगस्त को धरना और रैलियां आयोजित की जाएंगी. 


उधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने 29 अगस्त से विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता गुरुवार को एस्प्लेनेड वाई चैनल पर धरना देंगे जबकि पार्टी की महिला इकाई 30 अगस्त को राज्य महिला आयोग कार्यालय का घेराव करेगी.