अखिल भारतीय चिकित्सा संघ (FAIMA) ने रविवार (13 अक्टूबर) को पश्चिम बंगाल में चल रहे डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देते हुए 14 अक्टूबर से अस्पतालों में गैर-आकस्मिक सेवाओं को बंद करने का आह्वान किया है.


इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी चालू


FAIMA के एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है कि सोमवार से अस्पतालों में वैकल्पिक सेवाएं बंद रहेंगे, हालांकि,FAIMA ने सभी रेजिडेंट डॉक्टरों से अनुरोध किया है कि वे इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को 24/7 चालू रखें. बता दें कि अखिल भारतीय चिकित्सा संघ (FAIMA)एक निकाय है, जो पूरे भारत में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) का प्रतिनिधित्व करता है.


FAIMA के मुताबिक यह खुला पत्र नेशनल मेडिकल एसोसिएशन, राज्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) को संबोधित किया गया था. हालांकि हम सभी रेजीडेंट डॉक्टरों के संघों और संघों से अनुरोध करते हैं कि वे आपातकालीन सुविधाओं को 24x7 चालू रखें, ताकि जिन्हें हमारी तत्काल सेवा की जरूरत है, उन्हें  परेशानियों का सामना ना करना पड़े.


"इस निर्णय को हल्के में ना ले सरकार"


बयान में कहा गया, "देश भर में विरोध प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों को मुख्य न्यायाधीश के आदेश के बावजूद परेशान किया जा रहा है. बयान में आगे कहा गया कि इस निर्णय को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए और FAIMA के पास चिकित्सा पेशे और सभी स्वास्थ्य सेवा कर्मियों के लिए खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.


तीन डॉक्टरों को कराया गया अस्पताल में भर्ती
बता दें कि जूनियर डॉक्टर पांच अक्तूबर से अनशन पर हैं, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा, ये जूनियर डॉक्टर अन्य मुद्दों को भी उठा रहे हैं. अनशन के कारण सेहत बिगड़ने पर तीन डॉक्टरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 


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