Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले में हर गुजरते दिन के साथ नए खुलासे हो रहे हैं. ये खुलासे चौंकाने के साथ ही महिला डॉक्टरों और पेशेवर चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े कर रहे हैं.
इसी कड़ी में एक बड़ा खुलासा हुआ है जो एबीपी न्यूज के 'ऑपरेशन आरजी कर' में सामने आया है. ये खुलासा पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के माफिया तंत्र की पोल खोल रहा है जो घटना के बाद एक्टिव हो गया था. इसके साथ ही ये भी पता चला कि महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद केस को कैसे डिरेल किया गया?
पोस्टमार्टम टीम में शामिल एक डॉक्टर ने इसकी तरफ इशारा किया है. उनसे पोस्टमार्टम करते वक्त दबाव होने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मना कर दिया. हालांकि, उन्होंने जो कहा वो भी चौंकाना वाला है और कुछ और ही संकेत कर रहा है.
उन्होंने कहा, 'मुझे तो ऐसा कोई प्रेशर नहीं दिया गया लेकिन हो सकता है कि मैं वहां पर थी इसलिए वो ऐसा कुछ नहीं कर पाए.' बता दें कि अटॉप्सी पैनल में कुल तीन डॉक्टर शामिल थे. डॉक्टर ने इस बात की भी आशंका जताई कि वारदात में एक से ज्यादा लोग भी शामिल हो सकते हैं.
रिपोर्टर- जो इंजरी है, क्या वो एक आदमी से हो सकती हैं क्या?
डॉक्टर- ये तो बहुत ही साइंटिफिकल है. ऐसे भी हो सकता है, वैसे भी हो सकता है. संभावना है कि एक से ज्यादा लोग हों.
अगला खुलासा साजिश की तरफ इशारा कर रहा है. डॉक्टर ने जो अगला राज खोला, वो साबित करने के लिए काफी है कि क्राइम सीन पर जानबूझकर सबूतों से छेड़छाड़ हुई.
सबूतों से हुई छेड़छाड़?
रिपोर्टर- आपको क्यों रोका गया अंदर जाने से?
डॉक्टर- सभी को ही रोका गया था.
रिपोर्टर- कुछ ऐसी भी बात चल रही है कि पुलिस के साथ कोई नेता भी आया था?
डॉक्टर- बहुत सारे लोग आए थे, स्वास्थ्य भवन से भी बहुत सारे लोग आए थे. ऐसे भी लोग थे जिनको क्राइम सीन में नहीं रहना चाहिए थे. सब प्रिंसिपल के लोग थे.
रिपोर्टर- अस्पताल का स्टाफ था या बाहर का?
डॉक्टर- बाहर का स्टाफ था, एक वकील था जिसे बुलाया गया था.
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