Female Doctor Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप मर्डर मामले में मुख्य आरोपी संजय राय को गिरफ्तार किया गया था. अदालत में जज के सामने जब उसे पेश किया गया तो वह भावुक हो गया और दावा करने लगा कि वह निर्दोष है. 


केंद्रीय जांच ब्यूरो ने संजय राय को कोलकाता की अदालत में पेश किया और मामले में आरोपी और अन्य संदिग्धों के पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति मांगी. लाई डिटेक्टर टेस्ट केवल अदालत और संदिग्ध की सहमति प्राप्त करने के बाद ही किया जा सकता है. 


5 लोगों के साथ होगा पॉलीग्राफ टेस्ट


अदालत में जब जज ने संजय राय से यह पूछा कि वह पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए क्यों सहमत हो रहे हैं तो वह रोने लगा और कहा कि उसने लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए सहमति इसलिए दी क्योंकि उसका मानना है कि वह निर्दोष है. उसने कहा मुझे फंसाया जा रहा है. मैंने कोई अपराध नहीं किया. शायद यह टेस्ट यह साबित कर देगा कि मैं निर्दोष हूं. इसके बाद उसने अपना पॉलीग्राफ टेस्ट करने की अनुमति दे दी. उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अदालत ने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और मामले से जुड़े पांच अन्य लोगों पर लाई डिटेक्टर टेस्ट करने की अनुमति दी है.


इन 5 लोगों के होंगे लाई डिटेक्टर टेस्ट


जिन लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट होना है उनमें से दो पोस्ट ग्रेजुएट फर्स्ट ईयर के ट्रेनी डॉक्टर है, एक हाउस सर्जन और एक इंटर्न शामिल है. इसी के साथ कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का भी लाई डिटेक्टर टेस्ट किया जाएगा. 


'माफिया जैसा भ्रष्ट आदमी है संदीप घोष'


इस मामले में पूर्व डिप्टी सुपरीटेंडेंट ने बड़ा खुलासा करते हुए यह कहा कि कॉलेज का पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष एक माफिया जैसा करप्ट आदमी है पहले ऐसे लोगों को हटाया जाना चाहिए. उनका कहना है कि यह लोग डेड बॉडी बेचते थे और किसी को पता भी नहीं चलता था. घोष के पास इतना पैसा और पावर है की इतना सब कुछ होने के बावजूद भी उसे सस्पेंड नहीं किया गया.


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