तृणमलू कांग्रेस (TMC) के नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने शुक्रवार (16 अगस्त, 2024) को कहा कि कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या मामले को लेकर जनाक्रोश तो समझ आता है, लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि मामला सीबीआई को सौंपे जाने पर यह गुपचुप तरीके से दबाया नहीं जाना चाहिए.


राज्यसभा सदस्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'कोलकाता में एक युवती से बलात्कार और उसकी हत्या से ज्यादा क्रूर और जघन्य अपराध की कल्पना करना मुश्किल है. लोगों का गुस्सा पूरी तरह से समझ में आता है. उनके परिवार के साथ संवेदनाएं हैं.' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार शाम चार बजे घटना को लेकर एक रैली की घोषणा की है. उन्होंने मांग की है कि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (CBI) को जांच के बारे में दैनिक आधार पर जानकारी देनी चाहिए और 17 अगस्त से पहले जांच पूरी होनी चाहिए.


ममता बनर्जी की रैली का कारण बताते हुए डेरेक ओ'ब्रायन ने लिखा, 'सीबीआई को जांच के बारे में रोजाना जानकारी देनी चाहिए... मुख्यमंत्री ने कोलकाता पुलिस को जांच पूरी करने के लिए 17 अगस्त तक का समय दिया था. यही समयसीमा सीबीआई पर भी लागू होनी चाहिए.' उन्होंने कहा, 'कोलकाता पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. न्याय तभी होगा जब सीबीआई इसमें शामिल सभी लोगों को पकड़े और मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा.' डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा, 'सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंपने के बाद इस मामले को गुपचुप तरीके से दबाया नहीं जाना चाहिए.'


नौ अगस्त को कोलकाता के सरकारी आर.जी. कार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमीनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था. बाद में जांच में पता चला कि पहले उसका बलात्कार किया गया और फिर हत्या कर दी. अगले दिन इस सिलसिले में संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था.


यह शख्स न तो अस्पताल के स्टाफ में से है और न ही किसी मरीज का रिश्तेदार या दोस्त है. यह कोलकाता पुलिस के सिविक वॉलंटियर के तौर पर काम करता था. वारदात की रात को ट्रेनी डॉक्टर ने इसी सेमीनार हॉल में अपने चार दोस्तों के साथ डिनर किया था. वो चारों डिनर करके वहां से चले गए, जबकि डॉक्टर वहीं रुक गईं.


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