(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kolkata Rape Case: मांगों पर रार, कब खत्म होगी हड़ताल? CM ममता बनर्जी से मिलने को डॉक्टर तैयार पर रख दी बड़ी शर्तें!
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और फिर हत्या की घटना को लेकर विरोध कर रहे जूनियर डॉक्टर्स ने सीएम ममता बनर्जी के साथ प्रस्तावित बैठक के लिए कई शर्तें रखी हैं.
Kolkata Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर को लेकर कई दिनों से डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखकर उनसे गतिरोध खत्म करने के लिए साथ बैठक की मांग की हैं. हालांकि, इससे पहले डॉक्टरों ने कहा था कि बंगाल के जिस स्वास्थ्य सचिव का वे इस्तीफा चाहते हैं, मीटिंग के लिए उनकी ओर से ई-मेल करना अपमानजनक है.
प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर्स ने बंगाल सीएम के साथ प्रस्तावित बैठक के लिए शर्तें रख दी हैं, जिनमें कहा गया कि कम से कम 30 जूनियर डॉक्टरों की टीम राज्य सरकार और मुख्य सचिव से मिलने के लिए जाएगी. इसके साथ ही राज्य सरकार को ईमेल के ज़रिये बताया कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही बैठक होगी.
बैठक 5 सूत्री मांग पर केंद्रित हो
बैठक बंद कमरे के बजाय खुले मंच पर होनी चाहिए और मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद होना चाहिए, ताकि पूरी बातचीत का सीधा प्रसारण किया जा सके. जिससे सब को पता रहे कि किसने क्या कहा है. हम चाहते हैं कि बैठक हमारी 5 सूत्री मांग पर आधारित हो.
ममता बनर्जी को ई-मेल करेंगे डॉक्टर
अंग्रेजी न्यूज चैनल 'एनडीटीवी' से बातचीत के दौरान डॉक्टरों के प्रतिनिधि डॉक्टर अनिकेत मंडल ने बताया, "प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए तैयार हैं. इसे स्पष्ट करने के लिए हम मुख्यमंत्री कार्यालय को ई-मेल भेजेंगे और मांगें रखेंगे. हम मुख्यमंत्री से बात करना चाहते हैं."
स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन जारी
प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर पूरी रात विधाननगर उर्फ साल्ट लेक में स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के सामने बैठे रहे. दरअसल, नौ अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या के लिए जूनियर डॉक्टर न्याय की मांग कर रहे हैं. राज्य सरकार की ओर से हल तक पहुंचने के प्रयासों के बावजूद डॉक्टरों ने मांगें पूरी होने तक विरोध जारी रखा है.
BJP की अग्निमित्रा पॉल से कहा- वापस जाओ
इस बीच, बुधवार (11 सितंबर) को बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल जब विरोधस्थल पर पहुंचीं तो उन्हें “वापस जाओ-वापस जाओ” के नारों का सामना करना पड़ा. अंग्रेजी अखबार 'दि टेलीग्राफ' की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि वह पास के भाजपा कार्यालय जाने वाली थीं.
जांच समिति ने जारी किया 51 डॉक्टरों को नोटिस
मामले की जांच के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने 51 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया. उन्हें 11 सितंबर को जांच समिति के सामने पेश होने को कहा गया. उन पर संस्थान के लोकतांत्रिक माहौल को खतरे में डालने, डराने-धमकाने की संस्कृति को बढ़ावा देने और काम करने वाले माहौल को खराब करने का आरोप है.
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