Rahul Gandhi On Kolkata Rape Murder Case: उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से सांसद राहुल गांधी मंगलवार (20 अगस्त) को अपने लोकसभा क्षेत्र में थे. दरअसल, इलाके में एक दलित युवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान राहुल गांधी से कोलकाता रेप-मर्डर मामले पर भी सवाल किया गया तो उन्होंने इसे नजरंदाज करते हुए कहा कि वो दलित की हत्या के मामले से ध्यान भटकाने नहीं देंगे.


लोकसभा में विपक्ष के नेता की इस प्रतिक्रिया पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी हमलावर हो गई. बीजेपी ने उनसे पूछा कि जिस मुद्दे को लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल बना हुआ है, सुप्रीम कोर्ट भी स्वतः संज्ञान ले रहा है तो क्या सुप्रीम कोर्ट भी ध्यान भटकाने का काम कर रहा है?


राहुल गांधी ने क्या कहा?


कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की घटना को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, “कोलकाता के मामले को यहां उठाकर मुद्दे को भटकाना नहीं चाहता. मैंने उसको लेकर टिप्पणी की है लेकिन यहां पर इस मुद्दे से ध्यान भटकाना नहीं चाहता हूं तो अभी यही मामला उठाना चाहता हूं.”






इस दौरान उन्होंने मीडिया पर हमला करते हुए कहा, “मैं जानता हूं कि आप इस मामले को उठवाना नहीं चाहते हो और ध्यान भटकाना चाहते हो, क्योंकि आप दलितों की बात नहीं रखना चाहते और मैं यहां पर दलितों की बात रखने और उनकी रक्षा करने के लिए आया हूं. इसलिए डिस्ट्रेक्शन एलाउ नहीं करूंगा.”


बीजेपी ने किया पलटवार


राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “यह कल्पना से परे चौंकाने वाला है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी कहते हैं कि मुझसे इस बारे में मत पूछो, यह ध्यान भटकाने वाला है. इस मुद्दे के प्रति इस तरह का रवैया जिसने देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है. क्या सुप्रीम कोर्ट ध्यान भटकाने में लगा है? उसे इसे ध्यान भटकाने वाला कहने की हिम्मत कैसे हुई?"


उन्होंने आगे कहा, "वही राहुल गांधी, जब यूपी, एमपी की बात आती है तो वे जाते हैं लेकिन बंगाल जहां संविधान को बचाना महत्वपूर्ण है, वहां वे नहीं जाते. वे टीएमसी के बारे में एक शब्द भी नहीं बोल सकते जो इंडी गठबंधन की गठबंधन सहयोगी है. यह न केवल उन महिलाओं का अपमान है जो विरोध कर रही हैं बल्कि परिवार और खुद पीड़िता का भी अपमान है. उन्हें माफी मांगनी चाहिए.”


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