कोलकाता: कोलकाता पुलिस के एक जवान चैतन्य मल्लिक ने परीक्षा देने वाली एक छात्रा की मदद की. माध्यमिक परीक्षा देने जा रही एक छात्रा अपने घर पर ही परीक्षा का एडमिट कार्ड भूल गई. जब इस बात का पता कोलकाता ट्रैफिक पुलिस में तैनात चैतन्य मल्लिक को चला तो वह छात्रा का एडमिट कार्ड लेने परीक्षा सेंटर से 5.5 किलोमीटर दूर छात्रा के घर पहुंच गए.


सोमवार को 11 बजकर 40 मिनट पर छात्रा सुमन अपने घर से जैसवाल विद्यामंदिर पहुंची. उसकी परीक्षा शुरू होने में 5 मिनट ही बाकी रह गए थे. सुमन के पास एडमिट कार्ड नहीं होने की वजह से उसे परीक्षा सेंटर के बाहर ही रोक लिया गया. परीक्षा सेंटर के बाहर रोके जाने की वजह से छात्रा की आंखों में आंसू आ गए. जिसके बाद छात्रा ने परीक्षा निरीक्षक से कहकर ट्रैफिक पुलिस के जवान चैतन्य मल्लिक से मदद मांगी.


ट्रैफिक डिपार्टमेंट के डीसीपी रुपेश कुमार ने बताया कि चैतन्य मल्लिक को जब पता चला कि विवेकांदा रोड पर एडमिट कार्ड भूलने की वजह से छात्रा को परीक्षा देने से रोक दिया गया है तो उन्होंने परीक्षा निरीक्षक से कहा कि छात्रा को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए और वह खुद जाकर छात्रा का एडमिट कार्ड लेकर आएंगे. बिना समय गवाए मल्लिक ने छात्रा के घरवालों से संपर्क साधा और वह परीक्षा सेंटर से 5.5 किलोमीटर दूर छात्रा के घर साउथ तंगरा रोड पर पहुंच गए और 12 बजकर 10 मिनट पर छात्रा का एडमिट कार्ड छात्रा को वापस दे दिया. एडमिट कार्ड मिलने के बाद छात्रा ने चैतन्य मल्लिक का धन्यवाद दिया. बता दें कि सोमवार की ये घटना 5वीं घटना है जब किसी पुलिस वाले ने एडमिट कार्ड भूली छात्रा/छात्र को उसका एडमिट कार्ड लौटाया है.


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