Koo App: भारतीयों को अपनी मातृभाषा में खुद को ऑनलाइन अभिव्यक्ति का अधिकार देने वाले मेड-इन-इंडिया माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo App ने 2 करोड़ डाउनलोड पाकर एक बड़ा मील का पत्थर हासिल कर लिया है. इस तरक्की की वजह Koo App द्वारा अंग्रेजी अनुवाद की जरूरत के बिना इंटरनेट यूजर्स को उनकी पसंद की भाषा में ऑनलाइन अभिव्यक्ति करने, जुड़े रहने और चर्चा करने की आवश्यकता पूरी करना है.


यह माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कई भाषाओं में अपनी बात कहने को बढ़ावा देता है और लोगों को हिंदी, मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगू, असमिया, गुजराती, पंजाबी, बंगाली और अंग्रेजी जैसी 10 भाषाओं में बातचीत करने में सक्षम बनाता है. इस ऐप पर राजनीति, खेल, मनोरंजन, मीडिया और आध्यात्मिकता आदि क्षेत्रों की दिग्गज हस्तियों के 5,000 वेरिफाइड खाते (एमिनेंस ऐट कू) हैं और यह प्लेटफॉर्म अब अगले एक साल में 10 करोड़ डाउनलोड तक पहुंचने की ओर तेजी से बढ़ रहा है.


Koo App पर हर वह चीज मौजूद होती है जिसे भारत में मनाया जाता है. फिल्मों, क्रिकेट, खेल से लेकर त्योहारों, राजनीति और कविता तक; यह मंच वर्तमान में 10 भाषाओं में दिलचस्पी के विषयों पर संवाद और चर्चा को आसान बनाता है और इस तरह से भारत की मूल भावना का जश्न मनाता है. Koo App पर इन भाषाओं की मौजूदगी से इनमें से हर भाषा में कम्यूनिटी का निर्माण संभव हुआ है. इन कम्यूनिटीज के चलते यूजर्स अपनी भाषा की दिग्गज हस्तियों को खोजने, उनके साथ जुड़ने और अपनी संस्कृति के जरूरी त्योहारों का जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं.


इसके अलावा, मंच की एक शानदार विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है. यह फ़ीचर सभी भाषाई कम्यूनिटी के आगे भी पहुंच को बढ़ाता
और ज्यादा से ज्यादा दर्शकों से जुड़ने और अधिक दृश्यता हासिल करने में सक्षम बनाता है.


आने वाले वक्त में मंच का मकसद ऐप के कई बेहतरीन फीचर्स का निर्माण करना, अन्य देसी भाषाओं को जोड़ना और तमाम भाषाओं वाली कम्यूनिटीज में रोमांचक कार्यक्रमों की पेशकश करना है. अमरीका की प्रोडक्ट एनालिटिक्स फर्म एम्प्लिट्यूड की एक रिपोर्ट में Koo App को हाल ही में एशिया पैसिफिक (एपीएसी) के अगले 5 हॉटेस्ट डिजिटल प्रोडक्ट्स की सूची में तीसरे पायदान पर रखा गया था.


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रिपोर्ट में Koo App को "मुख्य रूप से भारतीय यूज़र्स के लिए एक अनोखा अंतर लाने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म" बताया गया है. यह प्लेटफॉर्म दुनिया में सबसे बड़ा हिंदी माइक्रो-ब्लॉगिंग ऐप है, जो अन्य भाषाओं में एक बड़ी मौजूदगी के साथ पेश किया गया है. Koo App का लक्ष्य ऑनलाइन अभिव्यक्ति को हर शहर और गांव में ले जाना और पूरे भारत में हर आवाज के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करना है.



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