Koo App Update: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मेड-इन-इंडिया माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म 'कू ऐप' (Koo App) ने 'स्वैच्छिक आचार संहिता' (वीसीई) को अपनाकर सुरक्षित और निष्पक्ष चुनाव के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) द्वारा निर्मित स्वैच्छिक आचार संहिता पहली बार 2019 आम चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग को प्रस्तुत की गई थी. यह आचार संहिता चुनावों के दौरान सोशल मीडिया के निष्पक्ष और नैतिक इस्तेमाल के लिए है. आचार संहिता के नियमों और भावना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताकर कू ऐप यूजर्स को एक निष्पक्ष, भरोसेमंद और अनुपालक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी जिम्मेदारी का आश्वासन देता है. 


वीसीई के हस्ताक्षरकर्ता के रूप में 'कू ऐप' चुनावी आचार संहिता के किसी भी उल्लंघन को सीमित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करेगा. इसके अलावा, चुनावी कानूनों और कार्यप्रणाली में जनता का भरोसा बढ़ाने के लिए 'कू' पहली बार के मतदाताओं को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में सजग और शिक्षित करने के लिए विशिष्ट पहल करेगा. 


यह प्लेटफॉर्म भारतीयों को 10 भाषाओं में खुद को ऑनलाइन अभिव्यक्त करने का अधिकार देता है और हाल ही में इसने 2 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर हासिल किया है. यह मंच भारतीय कानून का अनुपालन करता है; द्वेष और ऑनलाइन बदमाशी को रोकने के लिए विवेकपूर्ण ढंग से काम करता है और जिम्मेदार यूजर व्यवहार के साथ यूजर्स के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव को बढ़ावा देता है. कू ऐप का मानना है कि सोशल मीडिया लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और नियमित रूप से सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणाली और व्यावहारिक समाधानों की पहचान करता है ताकि यूजर्स को इंटरनेट पर भाषा का व्यापक अनुभव प्रदान किया जा सके.  


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