(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'जानबूझकर नहीं किया गया ट्रांसफर', बस कंडक्टर के सुसाइड करने की कोशिश पर बोले परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी
केआरसीटीसी के एक ड्राइवर ने उस वक्त आत्महत्या की कोशिश की जब उसको उसके उच्चाधिकारियों ने ट्रांसफर लेटर हाथ में थमा दिया. इस घटना के बाद राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
Karnataka Transport Ministry: बीते दिनों कर्नाटक में एक बस कंडक्टर जगदीश ने उसका ट्रांसफर हो जाने पर आत्महत्या करने की कोशिश की. आत्महत्या की इन कोशिशों के बीच कर्नाटक के परिवहन मंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार ने जान-बूझ कर कंडक्टर का ट्रांसफर नहीं किया है.
दरअसल कर्नाटक राज्य परिवहन निगम के एक ड्राइवर-कम-कंडक्टर ने बीते दिनों आत्महत्या करने की तब कोशिश की जब उसका किसी दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया गया. कंडक्टर जगदीश ने आरोप लगाया कि उसका यह ट्रांसफर राज्य के कृषि मंत्री एन चालुवरैया स्वामी को जिम्मेदार ठहराया.
ड्राइवर ने आरोप लगाया कि उसका यह ट्रांसफर एन चालुवरैया स्वामी की वजह से ही किया जा रहा है, क्योंकि उनसे किसी महिला ने कंडक्टर के व्यवहार के खिलाफ शिकायत कर दी थी. इसके बाद कृषि मंत्री ने उसके उच्चाधिकारियों से उसकी शिकायत कर दी, जिसके बाद उन्होंने उसका ट्रांसफर कर दिया.
कर्नाटक में कहां का है ये मामला?
गुरुवार (6 जुलाई) को कर्नाटक के नागमंगला के केएसआरटीसी बस डिपो में हुई, जहां पर परिवहन अधिकारी जगदीश को ट्रांसफर लेटर सौंपने की तैयारी कर रहे थे. वहीं पर उसने जहर खा लिया और तबियत बिगड़ने पर अस्पताल जाने से भी इंकार कर दिया.
जब उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई तो उसके सहयोगी उसको अस्पताल लेकर के गए और वहां पर उसको आईसीयू में भर्ती कराया गया. इसी दौरान जानकारी मिलने पर राज्य की राजनीतिक पार्टी जेडीएस चीफ कुमार स्वामी जगदीश से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे और उसके स्वास्थ्य के बारे में उसका हाल-चाल लिया.
इसके बाद राज्य की राजनीति में इस मामले ने तूल पकड़ लिया और इसको लेकर मीडिया ने परिवहन मंत्री से सवाल पूछना शुरू कर दिया. तब उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि उनको अधिकारियों ने बताया है कि कंडक्टर का ट्रांसफर रूटीन प्रक्रिया का हिस्सा था और ऐसा कुछ भी जल्दबाजी में नहीं किया गया है.