नई दिल्ली : पाकिस्तान में जासूसी को झूठे आरोप में मौत की सजा पाने वाले कुलभूषण जाधव को लेकर बड़ी खबर आ रही है. सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कुलभूषण को भारत लाने की कोशिश हो रही है. सरकार शीर्ष स्तर पर बातचीत कर सकती है. अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी भारत आ रहे हैं. उनसे भी इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है.


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पूर्व कमांडर कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के झूठ से पर्दा उठने लगा है


इस बीच भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के झूठ से पर्दा उठने लगा है. एबीपी न्यूज ने बलूचिस्तान के राजनीतिक कार्यकर्ता मेहराब सरजोव से बात की. उन्होंने बताया कि कुलभूषण को पिछले साल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने ईरान से अगवा किया था. इस बीच जर्मनी के पूर्व राजदूत ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि जाधव को तालिबान ने पकड़ा और ISI को बेचा था.


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यह भी जानिए :


- जाधव ईरान में अपना कारोबार कर रहा था
- गिरफ्तारी से काफी पहले जाधव नौसेना छोड़ चुका था
- जाधव के खिलाफ पाकिस्तान ने कोई ठोस सबूत नहीं दिया
- जाधव के कबूलनामे वाले वीडियो से छेड़छाड़ की गई
- पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में जाधव को मौत की सजा
- कुलभूषण जाधव के पास अपील के लिए 60 दिन का वक्त है
- 1987 से 2001 तक कुलभूषण नौसेना में थे
- 2001 में समय से पहले कुलभूषण ने रिटायरमेंट ले लिया
- रिटायरमेंट के बाद कुलभूषण ने ईरान में कार्गो का कारोबार शुरू किया
- पाकिस्तान ने 3 मार्च 2016 को कुलभूषण को गिरफ्तार करने का दावा किया