Delhi Excise Policy Case: कुमार विश्वास ने बचपन के दोस्त पर कसा शराब के ठेकों का हिसाब वाला तंज, सुनाया वो किस्सा जब यार बोला- अभी तो ताकत है
Delhi Liquor Policy Case: हरियाणा के झज्जर में कवि कुमार विश्वास ने आबकारी नीति मामले को लेकर मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए बताया कि क्यों उन्होंने राजनीति छोड़ी.
Delhi Excise Policy Case: हरियाणा के झज्जर में दिल्ली की शराब नीति मामले को लेकर कवि कुमार विश्वास ने मनीष सिसोदिया पर सोमवार (6 फरवरी) को तंज कसा. उन्होंने यहां के खातीवास में संस्कारम पब्लिक स्कूल में कहा कि वो राजनीति में होते तो शराब ठेके का हिसाब देना पड़ता.
कुमार विश्वास ने कहा, ''राजनीति अच्छी होती तो वो आज भी पॉलिटिक्स कर रहे होते. राजनीति भी इसलिए छोड़ी क्योंकि यह गंदी हो चुकी है. वह अगर आज भी राजनीति करते तो शराब के ठेके के हिसाब देते, लेकिन ऐसा होने से पहले ही मैंने राजनीति छोड़ दी.''
'खुद अंदर से आवाज आई'
विश्वास ने आगे कहा कि अंदर से आवाज आई थी. पहले एसोसिएट प्रोफेसर की नौकरी छोड़ी. आंदोलन खड़ा किया. दो सबसे बड़ी पार्टियों को चुनाव में हराया. राजनीति छोड़ने की भी अंदर से आवाज आई. ऐसा नहीं होता तो मैं भी जवाब दे रहा होता.
बचपन की दोस्ती क्यों टूट गई
कुमार विश्वास ने एक किस्सा सुनाते हुए बताया कि क्यों उनकी बचपन की दोस्ती टूट गई. उन्होंने बिना नाम लेते हुए कहा, ''मैनें रिश्तों को बिकते हुए देखा है. मेरी शादी की सालगिरह थी और इसमें मेरे सारे बचपन के दोस्त आए. सारे साथी चले गए तो मैं और वो ही रह गए थे. मैंने इस दौरान सवाल किया कि हम दोनों में झगड़ा क्यों हो रहा है. पहले तो किसी बात पर नहीं हुआ. चाहे वो आंदोलन, पार्टी बनाने या चुनाव के समय हो.'' इस पर विश्वास के दोस्त ने जवाब दिया तुम बताओ. तो मैंने कहा (विश्वास) कि तुम लोगों के पास ताकत है. तो वो कहते हैं - यह ही समझ ले.
क्या मामला है?
ऐसा आरोप है कि दिल्ली सरकार की शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 की आबकारी नीति से उद्यमियों को साठगांठ करने का अवसर दिया गया और कुछ डीलरों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर घूस दी. बहरहाल, आप ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है. बाद में यह नीति रद्द कर दी गई और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी.