Kumari Aunty Food Stall: आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की मूल निवासी दसारी साई कुमारी का बंद किया गया 'फूड स्टॉल' फिर चालू हो गया है. इंटरनेट पर फेमस हो चुके 'कुमारी आंटी' फूड स्टॉल को बचाने के लिए खुद तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हस्तक्षेप किया था. इस स्टॉल को दसारी साई कुमारी और उनका परिवार पिछले 13 सालों से चला रहा है.
सोशल मीडिया पर यूट्यबर्स और व्लॉगर्स की वजह से वो इंटरनेट पर इतनी फेसम हो गईं थीं कि सड़क पर ट्रैफिक जाम लगने की समस्या होने की शिकायत पर शिफ्ट करने के आदेश जारी किए गए.
कई सेलिब्रिटीज भी कर चुके हैं विजिट
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कुमारी आंटी के नाम से फेमस महिला हैदराबाद में चावल, चिकन और मटन का स्टॉल चलाती हैं. उनकी स्टॉल पर मिलने वाले फूड आइटम्स की कीमत भी काफी वाजिब होती है. इसकी वजह से उनकी स्टॉल पर दूर-दूर से स्वाद लेने के लिए लोग पहुंचते हैं. उनकी स्टॉल पर कई सेलेब्रिटी भी विजिट कर चुके हैं.
आईटीसी कोहेनूर के पास की सड़क पर हर रोज दोपहर के वक्त आईटी प्रोफेशनल्स, ड्राइवर्स और कामगारों की भीड़ उमड़ती है. इसके चलते ही 30 जनवरी को लोकल ट्रैफिक पुलिस ने फूड स्टॉल बंद करके किसी दूसरी जगह पर जाने को कहा था जिससे कि यहां पर ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा नहीं हो.
ट्रफिक बनी समस्या
दरअसल, रोड साइड फूड स्टॉल पर स्वादिष्ट व्यंजन का लुत्फ उठाने के लिए हर रोज बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने से होने वाले ट्रैफिक जाम की शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद पुलिस ने 'कुमारी आंटी' के फूड स्टॉल को बंद करा दिया था. लेकिन 31 जनवरी को इस फूड स्टॉल के बंद होने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर उनको सहानुभूति देने और उसको पुन: खुलवाने के लिए खूब वीडियो वायरल हुईं.
सीएम रेवंत रेड्डी ने किया था मामले में हस्तक्षेप
कुमारी आंटी फूड स्टॉल के समर्थन में वायरल इन वीडियो से इंटरनेट पर 'कुमारी आंटी' और फेमस हो गईं. इसके चलते उनके फूड स्टॉल को बचाने के लिए तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी की ओर से हस्तक्षेप किया गया और डीजीपी को निर्देश दिए कि इस स्टॉल को कहीं शिफ्ट नहीं किया जाए. सीएम के आदेश के बाद फूड स्टॉल को वहीं पर पहले की तरह से शुरू कर दिया गया है.
सीएम रेवंत रेड्डी ने 31 जनवरी को डीजीपी और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम को उन्हें उसी जगह पर बने रहने की अनुमति देने का निर्देश दिया और जल्द ही फूड स्टॉल पर आने का भरोसा भी दिया.
सीएम के सीपीआरओ ने शेयर की थी ये पोस्ट
मुख्यमंत्री के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) बोरेड्डी अयोध्या रेड्डी की ओर से इस मामले पर 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा था कि सीएम ने कुमारी आंटी के सड़क किनारे फूड स्टॉल को शिफ्ट करने के फैसले को रद्द करने का निर्देश दिया है. वह कहीं भी नहीं जाएंगी, वहीं पर रहेंगी. प्रजाला पालना का मतलब है कि सरकार उद्यमियों के साथ खड़ी है. कांग्रेस सरकार गरीबों के साथ खड़ी रहेगी.
'अपना व्यवसाय करना चाहती हूं, काफी हो गया अब'
पिछले कई दिनों तक स्टॉल बंद होने से परेशान 'कुमारी आंटी' का स्टॉल शनिवार (3 फरवरी) से पुन: उसी जगह पर चालू हो गया है. इससे वह काफी खुश हैं लेकिन इस दौरान उन्होंने स्ट्रीट वेंडर के रूप में अपने जीवन में आए कई बड़े उतार चढ़ाव भी महसूस किए. शनिवार को जब सैकड़ों YouTubers दोपहर के वक्त वहां पर उनके पुन: लौटने पर बातचीत या प्रतिक्रिया जानने की कोशिश में थे तो उन्होंने उनसे आग्रह किया वह अपना व्यवसाय करना चाहती हैं और आजीविका कमाना चाहती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अब बहुत हो गया है.
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