नई दिल्लीः यूपीए सरकार में मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि कल ये घोषणा हो सकती है. दरअसल हरियाणा में पार्टी के नेताओं का लम्बे समय से झगड़ा चल रहा था. प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर और भूपेन्द्र हुड्डा दोनों ही प्रदेश में पार्टी के लिए सरदर्द बने हुए थे. एक समय तो ऐसा भी आया कि हुड्डा समर्थकों ने अशोक तंवर की पिटाई कर दी थी जिसके बाद अशोक तंवर ने भूपेन्द्र हुड्डा और समर्थकों पर एससी , एसटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज करवाया था.


कुमारी शैलजा जो कि पार्टी का दलित चेहरा हैं और अम्बाला और सिरसा दोनों जगह से लोकसभा की सांसद रही हैं , साथ ही कांग्रेस पार्टी के नेता चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं उन्हें अब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश में पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है. बता दें कि कुमारी शैलजा के पिता चौ दलबीर सिंह भी हरियाणा के अध्यक्ष रहे और केन्द्र मे कई बार मंत्री रहे हैं.


कुमारी शैलजा गांधी परिवार की बहुत नज़दीकी मानी जाती है. बहुत बार शैलजा को सोनिया गांधी के साथ हरियाणा से बाहर भी देखा गया है. कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि सोनिया गांधी के साथ एक महिला नेता हमेशा साथ यात्रा करती हैं पहले वो अम्बिका सोनी थी और अब कुमारी शैलजा हैं.


सूत्र ये भी बता रहे हैं कि भूपेन्द्र हुड्डा की मांग थी कि अशोक तंवर को हटाया जाए और अशोक तंवर चाहते थे कि राज्य की कमान भूपेन्द्र हुड्डा को ना मिले. ऐसे मे एक ऐसे चेहरे की ज़रूरत थी जो सबको साथ लेकर चल सके. अगर कल घोषणा हो जाती है तो कुमारी शैलजा पहली बार हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालेंगी.


पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि वो कैसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा को समाहित करे लेकिन इस बदलाव ने ये संकेत तो दे ही दिये है कि ना ही भूपेन्द्र हुड्डा कांग्रेस छोड़ना चाहते है और ना ही कांग्रेस भूपेन्द्र को छोड़ना चाहती है.