Cash for Query Case: टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कथित कैश-फॉर क्वेरी केस को लेकर बसपा सांसद दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा. उन्होंने अपने पत्र में कहा कि जो पीड़िता है उसे ही आरोपी बनाने की कोशिश हो रही है. महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी बुलेट ट्रेन की स्पीड से काम कर रही है."


उन्होंने कहा कि मैं लोकसभा स्पीकर को एक और पत्र लिख रहा हूं जिसमें एथिक्स कमेटी की ओर से जल्दबाजी में की गई कार्यवाही को लेकर उन्हें गौर करना चाहिए.






'विपक्ष की आवाज दबाने का हो रहा काम' 


सांसद दानिश अली ने एक्स पर लिखा, "कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों की जांच करते हुए एथिक्स पैनल ने मेरी आपत्तियों पर टिप्पणी करते हुए अपनी सीमा को पार कर दिया है. ऐसा लगता है कि मुझे निशाना बनाकर यह संदेश दिया जा रहा है कि किसी भी सदस्य को सत्ता पक्ष के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए. यह विपक्ष की आवाज दबाने के समान है."






महुआ मोइत्रा मामले पर बोले अधीर रंजन चौधरी


कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार (2 दिसंबर) को लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर कहा कि अगर महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित किया जाता है तो यह बहुत गंभीर सजा होगी. उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "अगर मोहुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने की एथिक्स कमेटी की सिफारिशों पर मीडिया की रिपोर्ट सही है तो शायद लोकसभा की एथिक्स कमेटी की यह पहली ऐसी सिफारिश होगी."


कोई भी कार्रवाई न्याय का मजाक होगा- शिशि थरूर


कांग्रेस सासंद शिशि थरूर ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखे जाने को लेकर अधीर रंजन चौधरी का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि एथिक्स कमेटी सोमवार को जिस रिपोर्ट को पेश करना चाहती है, इस पर की गई कोई भी कार्रवाई न्याय का मजाक होगा.


बता दें, संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 4 दिसंबर से हो रही है. सत्र के पहले दिन महुआ मोइत्रा मामले पर रिपोर्ट पेश किए जाने की संभावना है. शनिवार (2 दिसंबर) को सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की.


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