केरल सरकार ने कुवैत अग्निकांड में मारे गए केरलवासियों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का गुरुवार (13 जून, 2024) को निर्णय किया.


दक्षिणी कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में बुधवार को एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए. खबरों के अनुसार, मृतकों में 40 भारतीय हैं.


मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए एक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज सुबह मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक में यह फैसला लिया है.


बयान में कहा गया कि सरकार को मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में केरल के 19 लोगों की मौत हुई है.


इसमें बताया गया कि मंत्रिमंडल ने इस हादसे में घायल हुए लोगों को भी एक-एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का निर्णय किया है.


मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए बयान में यह भी बताया गया कि इस हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज और मृतकों के शव वापस भारत लाने के प्रयासों में समन्वय के लिए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज को तत्काल कुवैत भेजने का निर्णय लिया गया.


बयान के मुताबिक, प्रसिद्ध भारतीय व्यापारी एम ए यूसुफ अली और रवि पिल्लई ने मुख्यमंत्री को यह बताया कि वे इस हादसे में मारे गए प्रत्येक केरलवासी के परिवार को क्रमशः पांच लाख रुपये और दो लाख रुपये की सहायता देंगे.


बयान में बताया गया कि 'एनओआरकेए' के माध्यम से उन्हें यह आर्थिक मदद दी जाएगी और घटना में मारे गए राज्य के प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को, दोनों व्यापारियों की मदद से 12 लाख रुपये मिलेंगे. इस बीच इस हादसे में मारे गए लगभग 40 भारतीयों के शवों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह बृहस्पतिवार को कुवैत पहुंचे.


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