Weather Forecast:  नवंबर और दिसंबर में उत्तर भारत में ठंड का असर अपेक्षा से कम रहा है. मौसम विभाग के अनुसार ठंड का असली प्रभाव अगले सप्ताह के बाद ही नजर आएगा. इसका कारण पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय होने वाला पश्चिमी विक्षोभ है जो उत्तर भारत में ठंडी हवाओं को लाएगा.


IMD ने जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया है. 7 से 8 दिसंबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है जिससे पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी होगी. इसके बाद 11-12 दिसंबर तक यह प्रभाव मैदानी क्षेत्रों तक पहुंच सकता है. ठंडी हवाओं के चलते हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जाएगी.


मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का असर


जम्मू-कश्मीर से आने वाली उत्तरी हवाएं मैदानी क्षेत्रों में ठंडक बढ़ाएंगी. दिल्ली से लेकर रांची और रायपुर तक तापमान में गिरावट की संभावना है. हालांकि फिलहाल न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. मौसम के इस बदलाव के चलते दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन में भी मामूली सुधार की उम्मीद है.


दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी


दक्षिण भारत में अगले 24 घंटों के दौरान केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. स्काईमेट वेदर के अनुसार तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है. इन क्षेत्रों में मौसम की गतिविधियों का प्रभाव उत्तर भारत के ठंडे मौसम से अलग रहेगा.


आने वाले दिनों में बढ़ सकती है ठंड 


उत्तर भारत में ठंड का असर धीरे-धीरे तेज होने की संभावना है. दिसंबर के मध्य तक तापमान में और गिरावट होने के आसार हैं. वहीं दक्षिण भारत में बारिश के बादलों का असर जारी रहेगा. आने वाले दिनों में बदलते मौसम के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.


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