नई दिल्ली: राजधानी के बुराड़ी इलाके में एक घर के अंदर 11 लोगों द्वारा फांसी लगाकर मौत के मामले को डेढ़ साल पूरा हो चुका है. अब इस घर में एक परिवार किराए से रहने आ रहा है. साथ ही ये परिवार यहां एक पैथ लैब भी खोलेगा.
इस घर में रहने जा रहे एक सोनू कश्यप ने बताया, मैं और मेरा भाई लैब चलाते हैं. अभी यह लैब नजदीक ही घर में चल रहा था और अब हमने इस घर को किराए पर ले लिया है. आज इसमें पूजन कराया जा रहा है. सोने ने ये भी बताया, हम इस परिवार को पहले से भी जानते थे. यहां पर उस घटना के बाद कई तरह की अफवाहें भी उठी थीं, लोगों के मन में डर भी आया लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं है.
घर को लेकर किसी डर या शंका के सवाल पर सोने के भाई ने मोहन ने कहा, "मेरे मन में किसी प्रकार का कोई डर या शंका नहीं है. ना ही मैं इन सब बातों पर विश्वास करता हूं कि कोई भूत या कोई आत्मा होती है. मैं अपने परिवार के साथ यहां पर रहूंगा." मोहन ने बताया, मेरे बच्चों का स्कूल भी यहीं पास में है जिससे मुझे उन्हें छोड़ने में आसानी होगी.
वहीं स्थानीय निवासी जगदीश जोशी ने कहा, " मुझे यह चला है कि यहां पर अब पैथ लैब खुलने जा रहा है और यह परिवार यहां पर रहेगा भी. यह खुशी की बात है क्योंकि इस घटना के बाद से यहां पर काफी तरह की अफवाह भी उठी थी जो भी बेबुनियाद थी. अब परिवार के यहां रहने से अफवाहों पर रोक लगेगी. उन्होंने कहा, आज के युग में जब साइंस और टेक्नोलॉजी काफी ज्यादा अग्रसर हो चुकी है, ऐसे युग में इस तरह की अफवाहों का खत्म होना बेहद जरूरी है.
आपको बतादें कि दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रहने वाला भाटिया परिवार ने 1 जुलाई 2018 को फांसी के फंदे पर लटक गया था. इसके बाद यह घटना दिल्ली के साथ-साथ पूरे देशभर में चर्चा का विषय बन गई थी. इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में और यहां रहने वाले लोगों के बीच यह अफवाह फैल गई थी कि यहां पर आत्माओं का वास है, लेकिन अब परिवार के यहां रहने से इस तरह की अफवाहों पर लगाम लगेगी.
ये भी पढ़ें
दिल्ली हाईकोर्ट ने यूपी के डीजीपी को दिया प्रेमी जोड़े से लिखित में माफी मांगने का आदेश
राजस्थान: किशनगढ़ में बॉडी बिल्डिंग का मंच बना अखाड़ा, जमकर चले लात घूसे