India-China Border Clash: भारत-चीन के बीच सीमा विवाद एक बार फिर से गहरा गया है. लद्दाख की तरह अब अरुणाचल में भी दोनों देशों के सैनिकों में भिड़ंत हो गई. 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीनी सैनिकों ने पूरी प्लानिंग के साथ भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश की लेकिन भारतीय जवानों के सामने उनकी एक नहीं चली. इस झड़प में 9 भारतीय और 22 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है. खबरों के अनुसार, चीन की ओर से दावा किया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से बॉर्डर को क्रॉस किया था.


इस घटना के बाद अब दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है. अब इस घटना पर चीन का बयान भी सामने आ चुका है. चीन ने अब LAC पर हालात स्थिर होने की बात कही है. वहीं, भारत ने चौकसी बढ़ा दी है. इंडियन आर्मी ने LAC पर गश्त बढ़ा दी है जबकि एयरफोर्स भी अलर्ट मोड पर है. सिलीगुड़ी में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को भी अलर्ट पर रखा गया है. 


भारतीय सेना अलर्ट 


L70 एयर डिफेंस गन अग्रिम मोर्चे पर तैनात की गई है. साथ ही तेजपुर में SU-30 फाइटर प्लेन को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है. हाशिमारा राफेल फाइटर बेस को भी स्टैंडबाई पर रखा गया है. लेफ्टिनेंट जनरल सीबी पोनप्पा ने हालात नियंत्रण में होने की बात कही है. उन्होंने कहा, "सब कुछ ठीक है और नियंत्रण में है." झड़प के बाद की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल पोनप्पा ने पत्रकारों से कहा, “सब ठीक है और नियंत्रण में है. हम सब सुरक्षित हैं.”


रक्षा मंत्री ने संसद को दी जानकारी


संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारतीय सेना के जवानों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में चीनी सेना को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) का उल्लंघन करने से बहादुरी से रोका. उन्होंने कहा, ''मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी भारतीय सैनिक नहीं मारा गया या गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ. मैं सदन को यह भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में सक्षम है. हमारी सेना किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए तैयार है."


कांग्रेस ने बुलाई विपक्षी दलों की बैठक


इस मामले पर विपक्ष और सरकार के बीच तकरार बढ़ गई है. मंगलवार (13 दिसंबर) को संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से दी गई जानकारी से विपक्ष संतुष्ट नहीं है. सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्ष की एक अहम बैठक बुलाई है. बैठक में प्रमुख मुद्दा भारत-चीन तनाव ही रहने वाला है. विपक्ष का कहना है कि सदन में उन्हें इस मुद्दे पर अपनी बात रखने का पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है.


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