नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नोटबंदी के बाद देश में जारी कैश की किल्लत के लिए वित्त मंत्रायल को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि कैश की कमी से लोगों को हो रही परेशानियों की वजह वित्त मंत्रालय की लापरवाही है. बता दें कि अरुण जेटली मोदी सरकार में वित्त मंत्री है.


स्वामी ने कहा, ‘’नोटबंदी लागू करने के लिए अगर वित्त मंत्रालय ने पहले ही तैयारी कर ली होती तो आज यह नौबत न आती.’’ स्वामी ने कहा कि सरकार ने काला धन और भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए 2014 में ही नोटबंदी का फैसला कर लिया था.


स्वामी ने आगे कहा, ‘’वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी थी कि वह नोटबंदी के लिए जरूरी तैयारियां करते. उन्होंने तैयारियों में तेजी नहीं दिखाई और प्रधानमंत्री ने यह सोचकर नोटबंदी का एलान कर दिया कि सबकुछ ठीक है.’’


स्वामी ने यह भी कहा कि पांच सौ और दो हजार के नए नोटों का साइज़ काफी छोटा है, यह भी परेशानी का कारण है. उन्होंने कहा कि ‘‘नोटबंदी के साथ, 2014 में मुद्दे पर मेरी अध्यक्षता में कमेटी ने आयकर खत्म करने की सिफारिश की थी ताकि लोगों को राहत मिले.’’