LAHDC Election: अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार करगिल में हुई वोटिंग, रिकॉर्ड मतदान, निकाय चुनाव में इन दलों के बीच है मुकाबला
LAHDC-Kargil Election: LAHDC कारगिल चुनाव के प्रचार के लिए सभी पार्टियों के बड़े-बड़े नेता मैदान में उतरे. बीजेपी को हराने के लिए यहां कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन किया है.
Ladakh Hill Council Polls: लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद-कारगिल की चुनावी लड़ाई में 77.61 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. 5वीं लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC)-कारगिल के लिए बुधवार (4 अक्टूबर) सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ और कारगिल जिले में स्थापित सभी 278 मतदान केंद्रों पर सुचारू रूप से संपन्न हुआ.
बुधवार को इस चुनाव में 74,026 वोट पड़े. चुनाव में एनसी-कांग्रेस गठबंधन का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से है. एलएएचडीसी-कारगिल में 46,762 महिलाओं सहित कुल 95,388 मतदाता हैं. सबसे अधिक मतदान बिंभट सीट (4468) पर दर्ज किया गया, उसके बाद शारगोले (3768) और रणबीरपोरा (3760) में मतदान हुआ.
बीजेपी के 17 उम्मीदवार मैदान में
यहां परिषद की 26 सीटों के लिए कुल 85 उम्मीदवार मैदान में उतरे. बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए एनसी और कांग्रेस ने हाथ मिलाया है. इस चुनाव में बीजेपी ने 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं. यह लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने आए थे. लोगों का कहना है कि वे विकास और अपनी स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए वोट कर रहे हैं.
चुनाव के लिए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों के लिए प्रचार किया था.कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, तरूण चुघ और जमयांग नामगयाल ने अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.
2019 के बाद कारगिल में पहली बार हुआ मतदान
5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को समाप्त करे और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित करने के बाद के बाद कारगिल में यह पहला चुनाव था. इस बीच डीसी कारगिल श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी तरह के इंतजाम किए गए.